गाजीपुर। लोकसभा चुनाव में सोमवार को सांसद अफजाल अंसारी ने अपनी बेटी नुसरत अंसारी के साथ नामांकन दाखिल किया। वहीं दूसरी तरफ हाईकोर्ट इलाहाबाद ने अफजाल अंसारी के सजा पर दाखिल याचिका पर सुनवाई शुरु हो गयी है। वरिष्ठ अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमे में बहस के दौरान अधिवक्ता जीएस चतुर्वेदी, दयाशंकर मिस्र ने पक्ष रखा। कहा कि राजनीतिक रंजिश में फंसाया गया है। अफजाल अंसारी के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। कहा कि घटना के कई साल बाद गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था। न्यायमूर्ति संजय कुमार ने लगभग तीन घंटै बहस सुनने के पश्चात अगली कार्रवाई के लिए 20 मई की तारीख निर्धारित की है। नामांकन दाखिल करने के बाद अफजाल अंसारी ने मीडिया को बताया कि सपा प्रत्याशी के रुप में हमने दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया है। उन्होने बताया कि नुसरत अंसारी ने सपा प्रत्याशी के विकल्प के रुप में और निर्दल के रुप में भी नामांकन दाखिल किया है। उन्होने कहा कि इंडिया गठबंधन भारी बहुमत की तरफ बढ़ रही है। भाजपा के खिलाफ जनमानस में काफी आक्रोश है। हमारा चुनाव गाजीपुर की जनता लड़ रही है। नामांकन के समय पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, विधायक वीरेंद्र यादव, विधायक जैकिशन साहू, जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा, मुन्नन यादव, कांग्रेस नेता मारकंडेय सिंह, विधायक मन्नू अंसारी, सपा नेता पारसनाथ यादव, उमर अंसारी आदि लोग मौजूद थे।