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महाराजा सुहेलदेव के शौर्य दिवस को सफल बनाने के लिए कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने किया जनसंपर्क

गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का गाजीपुर जनपद के आईटीआई मैदान में 10 जून को महाराजा सुहेलदेव के शौर्य दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तूफानी दौरा किया और जखनिया विधानसभा के विभिन्न स्थानों पर जनसभा करके लोगों लोगों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में पहुंचे और अपने राष्ट्र गौरव का विजय दिवस हम सब मिलकर धूमधाम से मनाए। ग्रामसभा चलनी और मुरियारी में जनसभा को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा 10 जून सन 1034 को 21 राजाओं के सहयोग से महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाजी का डेढ़ लाख की सेना सहित संहार कर महाराजा सुहेलदेव राजभर ने अद्भुत वीरता और संगठन शक्ति का प्रदर्शन किया। उसको पराजित करके बहराइच में भगवा लहराया। अनिल राजभर ने कहा महमूद गजनवी ने भारत में अनेक राज्यों को लूटा तथा सोमनाथ सहित अनेक मंदिरों का विध्वंस किया। उसकी मृत्यु के बाद उसका बहनोई सालार साहू अपने पुत्र सालार मसूद सहित क्रूर साथियों को लेकर भारत आया। बाराबंकी के सतरिख (सप्तऋषि आश्रम) पर कब्जा कर उसने अपनी छावनी बनायी। यहां से पिता सेना का एक भाग लेकर काशी की ओर चला, पर हिन्दू वीरों ने उसे प्रारम्भ में ही मार गिराया। पुत्र सालार मसूद अनेक क्षेत्रों को रौंदते हुए बहराइच पहुंचा, उसका इरादा बालार्क मंदिर को तोड़ना था, पर राजा सुहेलदेव भी पहले से तैयार थे, उन्होंने निकट के अनेक राजाओं के साथ उससे लोहा लिया। कुटिला नदी के तट पर हुए राजा सुहेलदेव के नेतृत्व में हुए इस धर्मयुद्ध में (10.6.1034 ई.) को राजा सुहेलदेव ने उस आततायी का सिर धड़ से अलग कर दिया। तब से ही क्षेत्रीय जनता इस दिन चित्तौरा (बहराइच) में विजयोत्सव मनाने लगी। इस विजय के परिणामस्वरूप अगले 200 साल तक मुस्लिम हमलावरों का इस ओर आने का साहस नहीं हुआ। पर पश्चिमी इतिहासकारों ने राजा सुहेलदेव की इस बलिदान को भुला दिया और मुस्लिम आक्रांताओ के बारे में बढ़ा चढ़ा कर लिखा, पर जब से मोदी, योगी सरकार आई है अपने हिंदू राजाओं के पराक्रम का खोज कर सम्मान कर रही है और आज उनके नेतृत्व में चक्रवर्ती सम्राट महाराजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक बहराइच में बनकर तैयार हो गया है। गाजीपुर बलिदानों की धरती हैं, यहां अनेको संत महात्मा और वीर जवान पैदा हुए हैं, जिन्होंने देश और समाज की दशा और दिशा बदली हैं। उन्हीं लोगों से प्रेरणा लेकर विजय दिवस मनाने का कार्यकर्ताओं ने जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है, और मैं जखनिया के समस्त विधानसभा वासियों से निवेदन करता हूं अधिक से अधिक संख्या में गाजीपुर पहुंचकर महाराजा सुहेलदेव के पराक्रम दिवस को भव्य एवं ऐतिहासिक बनाएं।अनिल राजभर ने भागीरथपुर, चुरावनपुर, बड़ागांव में भी सभा को सम्बोधित किया। सभा को भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश राजभर, विधानसभा संयोजक मुराहू राजभर सहित प्रमुख लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ब्लॉक प्रतिनिधि सत्येंद्र प्रताप सिंह, मंडल अध्यक्ष उमाशंकर यादव, हंसराज राजभर, दयाशंकर सिंह, कार्यक्रम संयोजक नंद लाल प्रजापति, धर्मवीर राजभर, महामंत्री पीयूष सिंह, इंद्रदेव कुशवाहा, वीरेंद्र यादव, मृदुला पांडेय, शैलू सिंह, जितेंद्र राजभर, धीरेंद्र सिंह, पंकज सिन्हा, सिचई वनवासी, मनोज राजभर, गुड्डू राजभर, अवधेश यति, झुंना सिंह, रामाश्रय पाण्डेय, सुनील यादव सहित सम्मानित ग्रामवासी और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने किया।

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