गाजीपुर। किसान अब संघर्ष के लिए तैयार हैं।उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बच रहा है।आंदोलन और समस्याओं के समाधान के लिए किसान संघर्ष समिति और उसके संचालक मंडल का गठन किया गया।शुक्रवार को बैजलपुर स्थित देव मैरेज हाल में किसानों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में किसानों ने कहा कि शीतगृहों में भंडारित आलू का किराया प्रतिवर्ष मनमाने तौर पर बढ़ा दिया जा रहा है।इसमें जिला प्रशासन और सरकार की मौन सहमति है, जिससे हमारा आर्थिक शोषण हो रहा है।यह तो तात्कालिक कारण है।इसके अतिरिक्त भी संगठन न होने के कारण धान,गेहूं के विक्रय के वक्त भी शोषण होता है।अब यह संघर्ष अनवरत किसानों के हर मुद्दे पर चलता रहेगा। जब जरूरत होती है तब किसानों को डीएपी, यूरिया ब्लैक मार्केटिंग से खरीदना पड़ता है।जब भी किसानों का उत्पीड़न होता है संगठन की कमी महसूस होती ।किसान संघर्ष समिति अब हमारी समस्याओं के लिए आंदोलन का प्रतिनिधि संगठन होगा। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यथाशीघ्र आलू भंडारण में प्रदेश शासन द्वारा निर्धारित किराए से अधिक किराया वसूली पर प्रशासन ने रोक नहीं लगाया तो 16 मई को शहीद पार्क मुहम्मदाबाद में धरना देकर आंदोलन की शुरुआत होगी।बैठक में रामबचन राय, मनोज राय डब्लू, सुरेश प्रधान, अभय कुमार राय, अशोक कुमार तिवारी, मृत्युंजय राय, इंद्रासन राय, सुजीत कुशवाहा, प्रेमनाथ गुप्ता, दीपक शर्मा, रामजी राय, विजय यादव, देवेंद्र राय, सोनू राय, बेचन कुशवाहा, धर्मेंद्र सिंह यादव, हनुमान यादव, नंद कुमार राय, शिवकुमार यादव, राकेश प्रधान, झुन्ना राय, शर्मा प्रधान, अजय प्रधान, धनंजय राय, अशोक राय, शैलेष राय, नरेन्द्र राय मुन्ना, अश्विनी राय आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता दया शंकर तिवारी तथा संचालन अविनाश प्रधान ने किया।
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