शिवकुमार
गाजीपुर। व्यक्ति के नाम नहीं कर्म से पहचान होती है, यह कहावत महर्षि विश्वामित्र स्वशासी मेडिकल कालेज गाजीपुर के प्रिंसिपल डा. आनंद मिश्रा पर सही चरितार्थ होती है। डा. आनंद मिश्रा ने अपने भगीरथ प्रयास से पूरे मेडिकल कालेज की स्वासथ्य सेवाओं का तस्वीर ही बदल दिया है। डा. आनंद मिश्रा ने बताया कि करीब एक वर्ष के अंदर चार गुना स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि कर गाजीपुर मेडिकल कोलेज के स्वास्थ्य सेवाओं बड़े-बड़े मेडिकल कालेजों के सेवाओं के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है। मेडिकल कालेज के अंतर्गत आने वाले पुरुष व महिला चिकित्सालयों में ओपीडी सेवा एक वर्ष पहले केवल 600 से लेकर 650 मरीजों की प्रतिदिन होती थी। वर्तमान समय में ओपीडी सेवा बढकर 1800 से 2500 मरीज प्रतिदिन तक हो गया है। यह लगातार संख्या बढ़ रही है। एक वर्ष पहले महिला और पुरुष अस्पतालों में 100 से 110 के बीच मरीज भर्ती होकर इलाज कराते थे लेकिन अब 200 से लेकर 225 तक मरीज भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। एक वर्ष पहले महिला और पुरुष अस्पतालों में केवल 5 या 6 मरीजों का आपरेशन होता था और 95 प्रतिशत मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता था। अब प्रति माह आंख का आपरेशन छोड़़कर 150 से 200 के बीच जटिल आपरेशन होता है जिसमे चेस्ट कैंसर, कुल्हे का प्रत्यारोपण आदि शामिल है। महिला अस्पताल में भी अब प्रतिदिन 6-7 महिलाओं का आपरेशन कर शिशु का जन्म होता है। उन्होने बताया कि पहले एक्स–रे, सीटी स्केन का निर्धारित समय में ही मरीजों का सेवा किया जाता था लेकिन अब मेडिकल कालेज के अस्पताल में 24 घंटे एक्स-रे, सीटी स्केन और पैथोलाजी की सुविधा उपलब्ध है। एक वर्ष पहले पैथोलाजी में 50 से 70 मरीजों का खून व पेशाब का टेस्ट होता था अब प्रतिदिन 450 से 500 मरीजों का पैथोलाजी में खून व पेशाब का टेस्ट होता है। सोमवार से डेंगू के एलआईजा का जांच भी शुरु हो जायेगा जो अब तक यह जांच बीएचयू में भेजा जाता था। प्लेटलेस के लाइसेंस के लिए प्रक्रिया जारी है। उन्होने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में महिला और पुरुष अस्पताल और कालेज परिसर में सफाई और सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की है और प्रतिदिन इस व्यवस्था का और सुदृढ़ करने का प्रयास हो रहा है। सीसी टीवी कैमरा लगाने का कार्य शुरु है। डा. आनंद मिश्रा ने कहा कि नये वर्ष 2023 में मेडिकल कालेज गाजीपुर नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। इस वर्ष मेडिकल कालेज में पैरामेडिकल और नर्सिंग की पढ़ाई शुरु हो जायेगी। डीएनबी के लिए विभाग में अप्लाई कर दिया गया है। 2023 से सभी आपरेशन दूरबीन विधि से किये जायेंगे। मेडिकल कालेज के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के लिए शव दान करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इस बात की खुशी है कि जनपद में सभी सहयोग से शव दान हो रहा है और मेडिकल छात्र-छात्राओं की पढ़ाई सुचारु रुप से चल रही है। वर्तमान समय में 100 छात्र अध्ययनरत हैं।