शिवकुमार
गाजीपुर। लोकसभा के चुनाव में मतदान समाप्त होने के बाद अब सियासी गलियारों में जीत-हार पर अटकलों की बाजीगरी शुरु हो गयी है। हर सियासी दल के समर्थक अपने-अपने पार्टी का दावा अपने तर्कों से दे रहे हैं। लेकिन यह बात पूरे लोकसभा में जोरों पर है कि हाथी से सुस्त चाल से कमल के फूल और साइकिल में कड़ी टक्कर है। गाजीपुर में 20 लाख 74301 मतदाता है जिन्होने दस प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला किया है। गाजीपुर लोकसभा में कुल 55.22 प्रतिशत मतदान हुआ है। करीब 11 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। सबसे ज्यादा गाजीपुर सदर विधानसभा में मतदान हुआ है। गाजीपुर सदर में 3 लाख 77 हजार 670 मतदाता हैं इस विधानसभा में 57.66 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसी तरह जखनियां विधानसभा में 4 लाख 53 हजार 925 मतदाता हैं इस विधानसभा में 56.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। सैदपुर में 4 लाख 15480 मतदाता हैं इस विधानसभा में 55.34 प्रतिशत मतदान हुआ है। जंगीपुर विधानसभा में 3 लाख 86427 मतदाता हैं इस विधानसभा में 57.2 प्रतिशत मतदान हुआ है। जमानियां विधानसभा में कुल 4 लाख 40799 मतदाता है और इस विधानसभा में 49.97 प्रतिशत मतदान हुआ है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बसपा का इस चुनाव में जो प्रचार करने के तरीके और राष्ट्रीय अध्यक्ष मायातवी का गाजीपुर प्रचार नहीं आने से पार्टी के कार्यकता और नेता दोनों काफी मायूस हो गये। जिसके चलते बसपा धीरे-धीरे चुनाव में हासिए पर आ गयी। जिसके चलते गाजीपुर लोकसभा चुनाव में भाजपा और सपा से सीधी टक्कर हो गयी। यादव बाहुल्य विधानसभा सैदपुर, जखनियां और जंगीपुर में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है जिसकी वजह से सपा खेमे में उत्साह है लेकिन जमानियां विधानसभा में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत घटने से मायूसी भी है। गाजीपुर सदर में भाजपा का प्रदर्शन काफी उत्साहजनक रहा है। अब देखना है कि चार जून को मतगणना में भाग्य किसका साथ देता है।