शिवकुमार
गाजीपुर। अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है जिले में कारसेवा से जुड़ी यादों को ताजा करने की तथ्यों को एक बार फिर स्मरण में लाया जा रहा है। गोराबाजार स्थित कारसेवकों का सेवा स्थल आनंद भवन को साफ-सफार्इ कर दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। आनंद भवन के मालिक भाजपा नेता आनंद सिंह ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय तत्कालीन सरकार ने हर जनपदों में श्रीराम कारसेवकों को अस्थाई जेलों में बंद कर अयोध्या जाने से रोकने का प्रयास कर रही थी। स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोराबाजार में प्रशासन ने अस्थाई जेल बनाया था जिसमे करीब तीन-चार हजार कारसेवकों को बंदी बनाया गया था इतनी बड़ी संख्या में भोजन-पानी देने में प्रशासन फेल हो गया तब सभी कारसेवकों के लिए भोजन-पानी आदि हर सेवा आनंद भवन से अस्थाई जेल में जाने लगी तभी से यह आनंद भवन चर्चा में आया। श्री सिंह ने बताया कि हम लोगों ने अथक प्रयास करके कारसेवकों की सेवा की। कारसेवकों के स्मरण को ताजा करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, भी आनंद भवन में आये और कारसेवकों की सेवा का सराहना किया। उन्होने बताया कि तब से लेकर आजतक हमारा परिवार समाज की सेवा के लिए तत्पर रहता है। कोरोना काल में भी हजारों मरीजों को आक्सीजन, फेस मास्क, सेनेटाइजर आदि आवश्यक दवाईयां उपलब्ध कराया गया। श्री सिंह ने बताया कि 22 जनवरी हमारे जीवन में स्वर्णीम दिन है। करोड़ों भारतीयों का सपना पूरा होने जा रहा है उस दिन आनंद भवन को दुल्हन की तरह सजाया जायेगा। पूजा-पाठ के साथ प्रसाद वितरण भी होगा।