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श्रीमदभागवत कथा से प्राप्‍त होता है जीवन का लक्ष्‍य- स्‍वामी भवानीनंदन यति

गाजीपुर। बापू इंटर कालेज सादात के पूर्व प्रवक्ता स्व. प्रभुनाथ दूबे की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ की मंगलवार को हवन पूजन संग पूर्णाहुति हुई। सिद्धपीठ हथियाराम के 26वें पीठाधिपति महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति महाराज के सानिध्य में आचार्य संजय और कथा व्यास रामानन्द महाराज के साथ ही विद्वान ब्राह्मणों ने पूजन किया। उपस्थित श्रद्धालुजनों के बीच प्रवचन करते हुए स्वामी भवानीनन्दन यति महाराज ने कहा कि भागवत कथा में हिस्सा लेने का मौका बड़े ही भाग्य से प्राप्त होता है। व्यक्ति अपने जीवन में बहुत ही कम क्षणों में पुण्य कर्म करता है, अन्यथा वह उसी परमात्मा की प्रबल माया और प्रभाव के प्रताप से प्रभावित होकर जीवन के बहुमुल्य क्षणों को व्यर्थ की बातों में गंवा देता है। कहा कि यह हम सबका भाग्य है जो ऐसे अवसर पर उपस्थित होकर पुण्य लाभ के भागी बन रहे हैं। कहा कि जीवन के सबसे श्रेष्ठ लक्ष्य और उद्देश्य की प्राप्ति भागवत कथा से ही संभव है। कथा का श्रवण करने से हर प्रकार की बाधा दूर होती है। कथा की संयोजक वाराणसी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत स्व. दूबे की सुपुत्री डा. अमिता दूबे ने पीठाधीश्वर की चरण वंदना और आगंतुकों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह आयोजन महाराज श्री की ही कृपा से ही सफलता पूर्वक सम्पन्न हो सका है। कहा कि महाराज श्री के आगमन से उनकी कुटिया उसी प्रकार पवित्र हो गयी, जिस प्रकार भगवान राम का चरण पड़ने से केवट की नौका और शबरी की कुटिया पवित्र हो गयी थी। आयोजक गीता दूबे ने भविष्य में भी कृपा दृष्टि बनाये रखने की अभिलाषा व्यक्त किया। इस मौके पर आचार्य संजय जी, कथा वाचक रामानन्द व्यास, शिवानन्द सिंह मुन्ना, छब्बन आब्दी, योगेश्वर प्रसाद, अंजनी कुमार, रत्ना जायसवाल, अलोक सिंह, संतोष शर्मा, अरविन्द गुप्ता, डा. संतोष मिश्रा, संतोष यादव, विनोद सिंह, छेदी भारद्वाज, अखिलेश उपाध्याय, लकी गुप्ता, श्रीनिवास दूबे, पंकज दूबे, पीयूष दूबे सहित समस्त दूबे परिवार व गणमान्यजन मौजूद रहे।

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