शिवकुमार
गाजीपुर। रिश्ता निभाने में मशहूर जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इंजीनियर अरविंद राय के पुत्र हिमांशु राय के तिलकोत्सव लंका मैदान में शिरकत कर इस बात को साबित कर दिया कि वह संबंध निभाने के लिए किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। अगर विरोध की बात हो तो वह विरोधियों का किसी भी स्तर पर विरोध करने में भी कोई कोताही नहीं करते हैं। लगभग दो दशकों से जिले में सपा के मजबूत स्तंभ के रुप में इंजी. अरविंद राय का निवास स्थान ददरीघाट केंद्र बना हुआ था। इंजी. अरविंद राय के रिश्ते सपा संरक्षक स्व. मुलायम सिंह, पूर्वांचल के गांधी रामकरन दादा और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह से काफी मजबूत थे लेकिन 2012 में अखिलेश सरकार बनने के बाद सपा सरकार ने एक बड़े राजनीतिक व्यक्ति के इशारे पर इंजीनियर अरविंद राय और उनके परिवार पर उत्पीड़न किया था। जिससे अरविंद राय का परिवार काफी दुखी हो गया कि उसके वफादारी का फल सपा सरकार में ही अपमानित कर के मिल रहा है। धीरे-धीरे अरविंद राय का परिवार समाजवादी पार्टी से दूरियां बढ़ाने लगा और 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा से काफी नजदीकी रिश्ते बन गये। इसके बाद अरविंद राय ने पूरे जनपद में अपने स्वजातीय बंधुओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया। जिसके लिए उन्होने भांवरकोल ब्लाक के सहरमाडीह में किनवार कीर्ति स्तंभ की स्थापना समारोह में हजारों की तादात में अपने स्वजातीय भाइयों को इकट्ठा कर मनोज सिन्हा के नेतृत्व में एक नई राजनीतिक चेतना को जन्म दिया। इसके बाद से ही लगातार स्वजातीय बंधुओं के विकास के लिए अरविंद राय प्रयासरत रहे और धीरे-धीरे उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से उनकी प्रगाढ़ता बढती गयी जिसका ताजा उदाहरण है कि अरविंद राय के पुत्र हिमांशु राय के तिलकोत्सव में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने लगभग दो घंटे तक उपस्थित रहकर सभी से हालचाल लिया जिसकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में बहुत तेजी से हो रही है कि एलजी साहब अपने अन्य नजदीकियों के वैवाहिक कार्यक्रम में न आकर अरविंद राय को प्राथमिकता दी है यह रिश्ता कितना प्रगाढ़ है और इसका जिले की राजनीति में क्या प्रभाव पड़ेगा यह तो आने वाला समय बतायेगा।