गाजीपुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में नवाब गंज स्थित आर सी लाल बाल विधा मंदिर में महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कायस्थ सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान श्री चित्रगुप्त जी की शोभायात्रा में शामिल झांकी में भाग लेने वाले बच्चों के साथ साथ समाज के अन्य मेधावी एवं प्रतिभावान बच्चों को महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव एवं महामंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव जी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ महासभा के प्रान्तीय उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव जी ने दीप प्रज्वलन कर किया। तत्पश्चात भगवान श्री चित्रगुप्त जी की स्तुति की गयी एवं बच्चों द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गान प्रस्तुत किया गया। इस सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त करते हुए जिला परियोजना अधिकारी (नेहरू युवा केन्द्र) बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि महासभा हर महत्वपूर्ण अवसर पर समाज के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रतिभाशाली शख्शियतों का सम्मान करती रही है। महासभा के इस कार्यक्रम से समाज के लोगों में सामाजिक काम करने का हौसला बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यदि हम सम्मान चाहते हैं तो महत्वपूर्ण बात यह होगी कि हम दूसरों का सम्मान करें। दुनिया में हर व्यक्ति या संगठन अपने कर्मों एवं गतिविधियों के आधार पर सम्मान प्राप्त करता है। हम सभी को समाज में सद्भाव लाने के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि सम्मान मांगा नहीं जाता बल्कि अपने कर्मों एवं कार्यों के माध्यम से अर्जित किया जाता है। उन्होंने कहा भगवान श्री चित्रगुप्त जी की शोभायात्रा ने शहर में एक नया मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि समाज के महापुरुषों एवं मेधावियों का सम्मान करना महासभा का नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपने महापुरुषों का सम्मान नहीं करती उसका वजूद स्वत: समाप्त हो जाता है। महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ महासभा आज अपने कार्यक्रमों एवं कार्यकर्ताओं के बल पर जनपद में लगातार लोकप्रिय होती जा रही है। उन्होंने कहा कि कायस्थ महासभा चाहे शिक्षक दिवस हो,चाहे पत्रकार दिवस हो चाहे अधिवक्तादिवस ,डाक्टर्स डे, इंजिनियर्स डे सभी अवसरों पर इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महत्वपूर्ण शख्शियतों का सम्मान करती रही है। हम अपने समाज के विकास एवं सम्मान के लिए सदैव चिंतित रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब जब कायस्थ समाज के अराध्य देव भगवान श्री चित्रगुप्त जी एवं किसी भी महापुरुष को अपमानित किया गया है कायस्थ महासभा ने संघर्ष कर उनका सम्मान उनका वजूद कायम रखने का काम किया है। हम कायस्थ समाज के हर व्यक्ति के सम्मान एवं स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने इस अवसर पर महासभा के सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से रोजी-रोटी करने के बाद खाली समय में समाज के लोगों की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने समाजवादी के लोगों से देश के बदलते परिवेश में नौकरी का पीछा छोड़ व्यापार की ओर उन्मुख होने और सक्रिय राजनीति में भाग लेने का भी आह्वान किया। उन्होंने समाज के लोगों से दहेज प्रथा के खिलाफ अलख जगाने का भी आह्वान किया।उन्होंने कहा कि विकास की कुंजी सत्ता के हाथों में है। बिना सरकार में भागीदारी के अपना विकास संभव नहीं है। जो समाज इस बात को समझ गया वह वह समाज आज निरन्तर प्रगति के रास्ते पर है। इस सम्मान समारोह में मुख्य रूप से चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, परमानन्द श्रीवास्तव,अजय कुमार श्रीवास्तव, संदीप वर्मा, आशुतोष श्रीवास्तव एड., मोहनलाल श्रीवास्तव, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव,अनिल श्रीवास्तव,विजय प्रकाश श्रीवास्तव, शिवम् श्रीवास्तव, अश्वनी श्रीवास्तव, अनुराग श्रीवास्तव ,सौरभ श्रीवास्तव, आदि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव एवं संचालन जिला उपाध्यक्ष शैल श्रीवास्तव ने किया।
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