Breaking News
Home / ग़ाज़ीपुर / महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके मनाई गई जयंती

महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके मनाई गई जयंती

गाजीपुर। महाराणा प्रताप क्षत्रिय समाज सेवा न्यास पर महाराणा प्रताप जयंती मनाने के लिए प्रशासन द्वारा पिछले चार मई को अनुमति प्रदान की गई थी लेकिन कल 8 मई को अचानक प्रशासन द्वारा अनुमति को निरस्त कर दिया गया। चुनावी आचार संहिता को देखते हुए इस फिर बदल के तहत महाराणा प्रताप क्षत्रिय समाज सेवा न्यास के सदस्यों ने बड़े धैर्य पूर्वक प्रशासन का सहयोग किया एवं कुछ ऐसे सदस्य जिन्हें अनुमति निरस्त होने की जानकारी प्राप्त नहीं हुई थी वह आए एवं महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके महाराणा प्रताप जयंती पर एक दूसरे को बधाई दिए। महासचिव डॉक्टर डीपी सिंह ने बताया कि प्रशासन की आज्ञा का पूरा ध्यान रखा गया एवं धैपूर्वक समाज के लोगों ने महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एक दूसरे को बधाइयां दी। वक्ताओं ने पिछले दिनों करहल मैनपुरी में एक विशेष वर्ग के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर अशोभनीय तरीके से टिप्पणी कर महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा को अपमानित किया गया था इसके लिए समाज के  बहुत बड़े वर्ग में व्यापक रोष है और समाज के लोगों ने फिर भी प्रशासन पर धैर्य पूर्वक कहते हुए यह मांग की है कि यदि करहल मैनपुरी में एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराणा प्रताप जी के प्रतिमा को जो अपमानित किया गया अगर उन लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें समुचित सजा नहीं दी गई तो पूरा क्षत्रिय समाज एकजुट होकर पूरे प्रदेश में प्रशासन का भी विरोध करेगा एवं इन नीतियों के खिलाफ हम अपनी रणनीति भी बनाएंगे । माल्यार्पण में भाग लेने वालों मे राज नारायण सिंह ,पारसनाथ सिंह पूर्व प्राचार्य, सुशील सिंह युवा नेता मनिहारी , प्रशांत सिंह टुनटुन ,दिनेश सिंह, रवि सिंह ,ललन सिंह , मनोज सिंह , शिक्षक नेता अनन्त सिंह, दुर्गेश सिंह, अजीत सिंह, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, नर्वदेव सिंह,डॉ स्वतंत्र सिंह,राज सिंह, हर्ष सिंह, सिद्धांत सिंह करण एवं अनेकों महाराणा प्रताप क्षत्रिय समाज सेवा न्यास के आजीवन सदस्यों ने भाग लिया।

[smartslider3 slider="4"]

About admin

Check Also

गहमर में गंगा नदी के तट पर मिला अज्ञात युवती का शव

गाजीपुर। गहमर कोतवाली क्षेत्र के बारा गांव स्थित मठिया के पास गंगा नदी के किनारे …