गाजीपुर। जिला आपदा प्रबन्धन ने बताया है कि जिला आपदा प्रबन्धन हेतु जनहित में एडवाजरी जारी, रेडियो सुनेये, टी०बी० देखिए, तथा स्थानीय मौसम की जानकारी के लिए समाचार पत्रों को अवश्य पढ़े।किसान कम क्षेत्रफल में लगी फसलों व सब्जियों की नर्सरी को टाट, पॉलीथिन, भूसा से ढ़ककर रखें। खुले पड़े अनाज एवं फसलो को ढ़ककर रखे। क्षतिग्रस्त फसलो एवं सब्जियों को खेत से अलग कर अन्यत्र स्थान पर रखें। समस्त किसान आपदा प्रबन्धन विभाग एवं मौसम विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सम्पर्क रहें। किसान एवं अन्य ग्रामीण ओलावृष्टि के सम्भावना को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर शरण लें। जिला प्रशासान/जिला इमरजेन्सी आपरेशन सेन्टर द्वारा जारी एलर्ट एवं दिशा निर्देशों का पालन अवश्य करें। ओलावृष्टि की स्थिति में ओलावृष्टि की सम्भावना को देखते हुए किसान सिचाई ना करें, पशुओं को शारीरिक हानि से बचाने हेतु पशुओं को खुले में ना बांधें उन्हें किसी छांव या पक्के मकान में बांधे। ओलावृष्टि की सम्भावना को देखते हुए किसानो से अपील है कि खुले में कार्य ना करें। ओलावृष्टि के दौरान पशुओं को टीनसेड में न बाधें, टीनसेड पर ओला गिरने की आवाज से पशु घबरा कर भागने लगते है।
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