गाजीपुर। रविवार को गुरू पूर्णिमा महोत्सव ब्रम्हर्षि विश्वामित्र आश्रम श्रीराम जानकी मंदिर में धूमधाम के साथ मनाया गया। भक्तगणों ने गुरू महंथ अखिलेश्वर दास जी महाराज की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर उन्होंने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए बताया कि गुरु की महिमा का वर्णन करना तो सूर्य को दीपक दिखाने के समान है। गुरु का ज्ञान और शिक्षा ही जीवन का आधार है। गुरु के बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है। सनातन अवधारणा के अनुसार इस संसार में मनुष्य को जन्म भले ही माता-पिता देते हैं, लेकिन मनुष्य का सही अर्थ गुरु कृपा से ही प्राप्त होता है। गुरु जगत व्यवहार के साथ साथ भव तारक, पथ प्रदर्शक भी होते है। जिस प्रकार माता-पिता शरीर का सृजन करते हैं उसी तरह से गुरु अपने शिष्य का सृजन करते हैं। गुरु हमें जीवन के सत्य-असत्य से परिचित कराते है। साथ ही सफलता के शिखर तक पहुंचने की राह भी दिखाते हैं। गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है। उन्होंन बताया कि यह पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन दान-पुण्य से जुड़े आदि कार्य करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था, इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते है। बता दें कि महर्षि वेद व्यास जी को संसार का पहला गुरु माना गया है। उन्होंने वेदों और पुराणों समेत कई ग्रंथों की रचना भी की थी।
[smartslider3 slider="4"]
Check Also
अल्पसंख्यकों और बेसहारों के हक के लिए नेताजी मुलायम सिंह ने हमेशा लड़ी लड़ाई- आमिर अली
गाजीपुर। जखनियां विधानसभा में सपा के जिला उपाध्यक्ष आमिर अली के नेतृत्व में साबिर अली …