गाजीपुर। मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिंदी हैं हम वतन हैं हिन्दोस्तां हमारा’ इसी भावना के साथ आज दिन बुधवार को शाह फैज़ विद्यालय के प्रांगण में ईद मनाई गयी। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम प्रार्थना से हुई व उसके पश्चात भारत की एकता व समृद्धि के लिए शपथ लिया गया। इस कार्यक्रम में प्री-प्राइमरी, प्राइमरी व सीनियर के छात्र-छात्राओं ने बहुत ही मनोरम गीत प्रस्तुत किया जिसका संगीत शिवांगी पांडेय, गिरधर शर्मा एवं श्याम कुमार शर्मा ने तैयार किया था। यूकेजी की अराध्या ने ‘मुबारक ईद मुबारक’ गाने पर नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त यूकेजी के अरशान अहमद व कक्षा 9 की मानसी मिश्रा ने अपने भाषण द्वारा ईद के महत्व को बताया व कक्षा 9 के ही छात्र आदित्य कुमार ने ईद के बारे में रोचक तथ्य प्रस्तुत किये। आज ईद के इस अवसर पर एक्टिविटी के तहत सभी छात्र- छात्राओं ने कार्ड और लैंप भी बनाया। प्राइमरी सेक्शन की अध्यापिका सायमा व कहकशां ने कहा कि ईद खुशियों का त्यौहार है और यह मात्र एक महीने के रोज़े का परिणाम नहीं बल्कि मानवता की शिक्षा देता हुआ त्यौहार है जो हमें बुराइयों को छोड़ देने व अच्छाइयों को ग्रहण करना सिखाता है। हेडमिस्ट्रेस चांदना श्रीवास्तव ने बताया कि यह त्यौहार एकता का प्रतीक है व हम सभी को आवश्यकतामंद लोगों की सहायता करनी चाहिए। सीनियर सेक्शन से विज्ञान की प्रध्यापिका गरिमा सिंह ने बताया कि ईद सभी मज़हबों का त्यौहार है व यह हमें एकता का सन्देश देता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने रमज़ान में रोज़े के महत्व को बताया व ज़कात क्यों निकालते हैं उसके भी महत्व को बताया। विद्यालय के निदेशक डॉ. नदीम अधमी ने सभी को ईद की बधाई दी व बताया की यह किसी एक मज़हब का नहीं बल्कि सबका त्यौहार है, क्योंकि ईद का मतलब ही होता है खुशी और खुशी हम सबमें बांटनी चाहिए। कार्यक्रम की साज सज्जा नुजहत नसीम, आमना ओबैद, उमेश, रोली एवं अर्सला ने किया। विद्यालय की मैनेजर अतिया अधमी ने भी सभी को ईद की बधाई दी। इस कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक डॉ नदीम अधमी, प्रधानाचार्य इकरामुल हक़, उप प्रधानाचार्य (प्रशासन) डॉ प्रीति उपाध्याय, उप प्रधानाचार्य (शैक्षणिक) नेहा कुरैशी, सहायक प्रधानाचार्य राजेश सिंह, हैडमिस्ट्रेस (प्राइमरी) चांदना श्रीवास्तव, इंचार्ज प्री प्राइमरी सुनंदा एवं सभी शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कर्मचारी तथा छात्र छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से हुआ।