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फॉरेंसिक साइंस के अनुप्रयोगों के माध्यम से कारगर की जा सकती हैं साइबर सिक्यूरिटी- कुलपति प्रोफेसर डा. जेपी पांडेय

गाजीपुर। तकनीकी शिक्षा एवं शोध संस्थान, पी०जी० कालेज, ग़ाज़ीपुर के सभागार में दिनांक 10 फरवरी 2024 को “साइबर सिक्यूरिटी एंड इट्स सोसाईटल इम्पैक्ट्स NCCSS-2024” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो० जेपी पाण्डेय, कुलपति , डा० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्विद्यालय, उ०प्र०, लखनऊ विशिष्ठ अतिथि सरोज पाण्डेय, बी०सी० तिवारी, आई०एफ०एस०,  ओमवीर सिंह आई०पी०एस०, पुलिस अधीक्षक गाजीपुर, परवेज़ इस्लाम, वरिष्ठ निदेशक (आई.टी.) राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र,  उत्तर प्रदेश राज्य केंद्र, लखनऊ, समीर कुमार श्रीवास्तव, आयकर अधिकारी, गाजीपुर एवं संस्थान के सचिव/प्रबंधक अजीत कुमार सिंह, अपर महाधिवक्ता , उ० प्र० सरकार द्वारा बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन कर प्रारम्भ हुई |सचिव/प्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने सम्मानित अतिथिगण को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत एवं अभिनंदन किया। उत्तर प्रदेश की टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति का आगमन पहली बार हुआ है जो की समस्त जनपदवासियों के लिए गर्व की बात है और उनका आगमन निश्चित रूप से जनपद के युवाओं और छात्रों को एक नयी दिशा प्रदान करेगा। मुख्य अतिथि प्रो०  जे० पी० पाण्डेय ने  वर्तमान में साइबर सिक्यूरिटी के तकनीकी परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए साइबर सिक्यूरिटी के तकनीकी पहलुओं को समझाया | उन्होंने क्रिप्टोग्राफ़ी और साइबर सिक्यूरिटी के साथ साथ मशीन लर्निंग एंड आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। क्रिप्टो करेंसी और बिट क्वाईन के प्रयोग से होने वाले संभावित फायदे और नुक्सान से अवगत कराया तथा भारत सरकार के समक्ष आने वाली चुनौतियों के साथ साथ उन्होंने उसकी रोकथाम के लिए साइबर सिक्यूरिटी के अनुप्रयोंगों को विस्तार से बताया | फॉरेंसिक साइंस के अनुप्रयोगों के माध्यम से साइबर सिक्यूरिटी कारगर की जा सकती हैं | कुलपति ने आम नागरिकों के डाटा की सुरक्षा और आधार कार्ड की गोपनीयता कायम रखने हेतु हो रहे अनुसंधानों को बताया। मुख्य अतिथि प्रो० जेपी पाण्डेय ने शिव वाटिका उद्यान में वृक्षारोपण किया और उन्होंने महाविद्यालय प्रांगण, लैब और लाइब्रेरी का भ्रमण भी किया| उन्होंने भ्रमण कर यहाँ के तकनीकी शिक्षण प्रणाली और कार्यविधियों की सराहना की और कृषि के नए उपायों को बताया| कुलपति के साथ उनकी पत्नी सरोज पाण्डेय भी राष्ट्रीय संगोष्ठी में उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि बी०सी०तिवारी, आई०एफ०एस० ने छात्रों को सदैव मन लगाकर शिक्षा ग्रहण कर हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया और इन्टरनेट की दुनिया में सदैव सावधान होकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि ओमवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ने बढ़ रहे साइबर क्राइम से अवगत कराया और उसने आमजन को आसन तरीकों के द्वारा सुरक्षित रहने हेतु सचेत किया | उनका कहना था की हम कई बार सामने खतरा देखते हुए भी सचेत ना होकर साइबर क्राइम का शिकार हो जाते हैं जिससे हमें सदैव बच कर रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि परवेज़ इस्लाम, वरिष्ठ निदेशक ने भारत सरकार के डाटा प्रोटेक्शन प्रणाली एवं उसमें हो रहे रिसर्च पर प्रकाश डाला और देश के नागरिकों के डाटा की सुरक्षा को विस्तार से बताया। विशिष्ट अतिथि समीर कुमार श्रीवास्तव, आयकर अधिकारी, गाजीपुर ने आयकर और लेनदेन में पारदर्शिता हेतु आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को बताया। अजीत कुमार सिंह ने साइबर लॉ, साइबरस्पेस, इंटरनेट और कंप्यूटिंग के कानूनी पहलुओं को बताया। साइबर कानून डिजिटल क्षेत्र में बौद्धिक संपदा, अनुबंध, अधिकार क्षेत्र, डेटा संरक्षण कानून, गोपनीयता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुद्दों को संभालता है जिसमें सुरक्षा अतिआवश्यक होत्ती है। ई-दस्तावेजों और डिजिटल हस्ताक्षरों की मान्यता के साथ, दुनिया कागज रहित भविष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रही है परन्तु साथ हीं साइबर क्राइम भी दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं । इससे हमें सदैव सचेत रहना होगा तभी हम सुरक्षित रह पाएंगे। इस संगोष्ठी में संस्थान और प्रदेश के विभिन्न विश्विद्यालयों महाविद्यालयों से आये प्राध्यापक, रिसर्च स्कॉलर, कॉर्पोरेटस और छात्रों ने काफी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपनी समस्त शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। महाविद्यालय के एन०एन०सी० कैडेट्स द्वारा मुख्य अतिथि महोदय को गार्ड आफ आनर दिया गया | संगीत विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना का गायन किया गया | प्रो० फ़तेह बहादुर सिंह के निर्देशन में कार्यक्रम का संयोजन और संचालन डा० अमित प्रताप के द्वारा किया गया। डॉ० अजीत प्रताप सिंह, सहायक निदेशक ने सम्मानित अतिथिगण एवं प्रतिभागियों का आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। कार्यक्रम में शशिकांत राय, राणा प्रताप सिंह, कृपा शंकर सिंह, डॉ० बालेश्वर सिंह, डा०यशवंत सिंह, डॉ०विनोद सिंह, डॉ० नीतू सिंह, डा० दिनेश सिंह ,डॉ०अजातशत्रु सिंह, राहुल आनन्द सिंह,डॉ० अभिषेक  सिंह, कमला प्रसाद गुप्त आदि उपस्तिथ रहे।

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