गाजीपुर। किसान संघर्ष के लिए कदम आगे बढ़ा रहे हैं। कदम कदम पर आ रही बाधाओं को हटाते हुए अपने शत्रुओं के पहचान में जुटे हैं। आलू भंडारण में बढ़े किराए के खिलाफ किसानों को लामबंद करने के साथ ही चरणबद्ध आंदोलन की ओर उनके कदम उठ गए हैं। जिला प्रशासन, कोल्ड स्टोरेज और किसान प्रतिनिधियों के बीच आयोजित वार्ता विफल होने के बाद सोमवार को किसान संघर्ष समिति के संचालक मंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन मुहम्मदाबाद तहसील में नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार को सौंपा।आलू उत्पादक किसानों का आरोप है कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक किराया जनपद के कोल्ड स्टोरेज संचालक वसूल रहे हैं। प्रतिवर्ष किराए में बढ़ोत्तरी तो कर ही दे रहे हैं साथ दीगर खर्च के नाम पर भी आर्थिक शोषण हो रहा है। इसके खिलाफ किसानों ने पहले जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद को सौंपा।उसके बाद किसानों की बैठक हुई और किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए किसान संघर्ष समिति और उसके संचालक मंडल का गठन किया। तब जिला प्रशासन जागा और आलू भंडारण के किराए पर सहमति बनाने के प्रयास में जुट गया।एडीएम की अध्यक्षता में बैठक भी हुई, लेकिन बेनतीजा रही।पूरी तैयारी से बैठक में न आने के कारण एडीएम ने जिला उद्यान अधिकारी को फटकार भी लगाई थी। पुनः पांच मई को बैठक बुलाई है।इस बीच किसानों ने मामले को लटकता देख मामले को मुख्यमंत्री के तक पहुंचाने का निर्णय लिया और आज ज्ञापन सौंप दिया। पत्रक में मामले के समाधान न होने पर 16 मई को मुहम्मदाबाद स्थित शहीद पार्क/ तहसील परिसर में धरना देने की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपने वालों में सुरेश प्रधान, रामबचन राय, विरेन्द्र प्रधान, राजेश कुमार राय,सोनू तिवारी, आलोक राय, रमेश सिंह, राम प्रवेश राय, परशुराम प्रधान आदि प्रमुख किसान रहे।
[smartslider3 slider="4"]
Check Also
गाजीपुर: सरकारी धान क्रय केंद्रो पर धान बेंचे किसान, मिलेगा उचित मूल्य-जिलाधिकारी
गाजीपुर। क्राप कटिंग प्रयोग के आधार पर जनपद में फसलों की औसत उपज और उत्पादन …