गाजीपुर। सीएम योगी के भ्रष्टाचार मुक्त विकास कार्य के मिशन बुद्धवार को देखने के लिए मिला, जब नगर में चल रही भाजपा सरकार की लगभग 200 करोड़ की सबसे बड़ी परियोजना सीवर लाईन बिछाने के निर्माण कार्य की जांच एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने जांच कमेटी द्वारा शुर करायी। जांच के प्रथम चरण में सिंचाई विभाग के सामने पूर्व विधायक अलका राय के घर से लेकर अपना बाजार तक खुदाई कर के जांच टीम ने बड़ी बारीकी से निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। सीवर लाईन की जांच की खबर लगते ही पूरे जिले में सियासी पारा गरम हो गया। पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे। इस संदर्भ में एमएलसी चंचल सिंह ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि सीवर लाईन में घटिया सामाग्री का प्रयोग होने तथा निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी। जिसपर हमने जिलाधिकारी को जांच कराने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी व जल निगम के अधिशासी अभियंता नगर पालिका गाजीपुर के अधिशासी अधिकारी की एक टीम बनायी है। जांच टीम द्वारा आज प्रथम दिन निर्माण कार्येां का गड्ढा खोद कर निरीक्षण किया गया है। एमएलसी चंचल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस के नीति के अंतर्गत विकास कार्यों में भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नही होगा। जांच कमेटी द्वारा अन्य मार्गों पर भी बिछाये गये सीवर लाईनों की भी जांच होगी। रिपोर्ट आने पर सख्त कार्यवाही होगी। इस अवसर पर नगरपालिका गाजीपुर के पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल सहित अन्य नेता उपस्थित थे। वहीं जांच की खबर लगते ही समाजसेवी व नगरपालिका गाजीपुर के भावी प्रत्याशी विवेक सिंह शम्मी ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि हमने 15 दिन पहले ही सीवर निर्माण में घटिया सामाग्री और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
