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वित्‍तविहीन शिक्षको की दयनीय दशा, आभाव में कर रहें है जीवन-यापन- संयुक्‍त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप सिंह

गाजीपुर। वित्तविहीन शिक्षक महासभा के तत्वाधान में शिक्षक महासम्मेलन का आयोजन किया गया। शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए डॉ० प्रदीप कुमार सिंह, संयुक्त शिक्षक निदेशक, वाराणसी मण्डल, वाराणसी ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों की पीड़ा को बहुत करीब से अनुभव किया हूँ कि वित्तविहीन शिक्षक जीतना परेशान है उतना आज कोई का परेशान नहीं है हमारे तरफ से जीतना बन पड़ता है सदैव इनके उत्थान के लिए प्रयास किया गया और भविष्य में भी करता रहूँगा। सम्मेलन का सम्बोधित करते हुए डॉ० ओ०पी० राय पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक, गाजीपुर और वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रतापगढ़ ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षक की दशा बहुत ही दयनीय है विद्यालय भ्रमण के दौरान देखा हूँ कि वित्तविहीन शिक्षक इस विषम परिस्थिति में भी मेहनत व लगन से बच्चों को शिक्षा देने का काम करता है मैंने भी अपने स्तर से सदैव प्रयास किया है और आवश्यकता पड़ी तो करता. भी रहूँगा। सम्मेलन को अशोक नाथ तिवारी जिला विद्यालय निरीक्षक, गाजीपुर ने सम्बोधित करते हुए डॉ० सत्यनारायण सिंह परिहार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने कहा कि हम वित्तविहीन की दशा एक बधूवाँ मजदूर जैसी हो गयी है इससे मुक्ति के लिए हमे एकजूट होकर संषर्घ करना पडेगा। प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अब हम सबको जगाना पडेगा अन्यथा कोई हम लोगों कि सूधि लेने वाला नहीं है “कर बहिया बल आपनो छोड़ पराई आस के राह पर चलना पडेगा। प्रधान महासचिव जियारत हुसैन ने कहा कि अब राजनैतिक पार्टियों के सौदा करने वालों से बचना पड़ेगा एकत बनाकर अपनी आवाज आज जो गाजीपुर से उठी है यह गाजियाबाद तक पहुँचकर सरकार तब पहुचनी चाहिए। माननीय उच्च न्यायालय में जो संघर्ष हम आप लड़ रहे है भगवान चाहा तो परिणाम सुखदायी ही आने वाला है। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे उमाशंकर कुशवाहा, पूर्व विधायक ने कहा कि हमारे तरफ से जो भी सहयोग चाहिए आप वित्तविहीन साथियों के कल्याण के लिए सदैव रहा है और भविष्य में भी रहेगा। सम्मेलन में सत्यराम यादव इटावा, डॉ० ज्ञान सिंह, इलाहाबाद, लाल बहादुर देवरियाँ, पारस राय, पंकज दूबे, आमिर अली. मसीउद्दीन कुरैशी, दिनेश सिंह, अजय कुशवाहा, राजेश यादव, नरसिंह यादव वीरेन्द्र यादव, राधेश्याम यादव, रामप्रकाश यादव, रिंकू सिंह, शैलेन्द्र सिंह, बी०के० चौहान, वीरेन्द्र चौहान, रमेश यादव, मुसाफिर यादव, बन्धन यादव, अमरजीत राजभर, रामजन्म यादव, राजेन्द्र पाण्डेय, अजीत कुशवाहा, सूरज कुशवाहा, रविन्द्र मौर्या पल्कू यादव, संजय कुशवाहा, रामानुज सिंह, ब्‍यासमुनी राय, बृजेश कुशवाहा, बृजेश यादव, सुशील सिंह, रविंद्र शास्‍त्री, जयप्रकाश मुन्‍ना सहित हजारो शिक्षको ने लिया भाग। संचालन जियारत हुसैन व अनिल पांडेय और अरबिंद कुशवाहा ने किया।

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