गाज़ीपुर। लालसा इंटरनेशनल स्कूल रायपुर में बाल दिवस का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बड़ी उत्साहपूर्वक भाग लिया। नर्सरी, एलकेजी, और यूकेजी के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने विभिन्न खेलों में भाग लेकर बाल दिवस का जश्न मनाया। उनके लिए मेंढक दौड़, रस्साकशी, और कई अन्य मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। विद्यालय के वरिष्ठ कक्षाओं के बच्चों के लिए कबड्डी, खो-खो, 100 मीटर, 200 मीटर दौड़, और साइकिल रेस जैसे खेलों का आयोजन किया गया। बच्चों ने पूरी लगन और जोश के साथ प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपने प्रदर्शन से सभी का मन मोह लिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य महेश कुमार मिश्रा ने कहा कि बाल दिवस के महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि यह बच्चों के विकास और उनके हक़ के लिए काम करने का एक अवसर प्रदान करता है। पंडित नेहरू ने हमेशा कहा था कि बच्चों को न केवल अच्छे शिक्षा का अधिकार होना चाहिए, बल्कि उन्हें एक ऐसा वातावरण भी मिलना चाहिए, जिसमें वे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से विकसित हो सकें। यह दिन हमें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करता है और हमें उनके जीवन को और बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है। सभी हाउस इंचार्ज अध्यापक/अध्यापिकाएं द्वारा सभी खेलों के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, और तृतीय पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के समापन पर लालसा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रबन्ध निर्देशक अजय कुमार यादव ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी को बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं। कहा कि बालकों के अधिकारों में सबसे अहम है शिक्षा का अधिकार। बच्चों को न केवल प्राथमिक शिक्षा, बल्कि उन्हें उन अवसरों की भी आवश्यकता है जो उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए तैयार करें। शिक्षा के साथ-साथ उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी उतना ही जरूरी है। बाल दिवस का यह अवसर हमें यह प्रेरणा देता है कि हम बच्चों के लिए बेहतर कल की दिशा में काम करें। उन्हें उनके सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव अवसर प्रदान करें और उनके आत्मविश्वास को जगाएं। बाल दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक अवसर है, जब हमें बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पुनरावलोकन करना चाहिए। इस मौके पर स्कूल के समस्त अध्यापक/अध्यापिकाएं, स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।