शिवकुमार
गाजीपुर। भाजपा के हाईकमान 400 सीट का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भगीरथ होमवर्क में जुटा है। केंद्रीय नेतृत्व एक-एक सीट पर होमवर्क कर रहा है। गाजीपुर लोकसभा सीट जो यादव बाहुल्य सीट है उसपर भाजपा के रणनीतिकारो की नजरें सधी हुई है कि किस प्रकार इस सीट पर विजय प्राप्त किया जाये। क्योंकि सपा ने उम्मीदवार अफजाल अंसारी के रूप में घोषित कर दिया है। अफजाल अंसारी के राजनीति के तिलिस्म को तोड़ने के लिए भाजपा के रणनीतिकारो ने एक-एक प्रत्याशियो के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है। गाजीपुर लोकसभा में लगभग 4 लाख 50 हजार से पांच लाख यादव मतदाता है। ऐसे में भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व एमएलसी शिवनाथ यादव का नाम भी चर्चा में आया है। शिवनाथ यादव की गिनती भाजपा के प्रदेश के बड़े नेताओ में होती है। बीएचयू के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री से अपना राजनैतिक जीवन शुरू करने वाले शिवनाथ यादव युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और मंत्री भी रह चुके है। भाजपा ने 1996 में उन्हे एमएलसी बनाया, इसके बाद मोदी जी का काशी में आगमन हुआ और भाजपा का स्वर्णिम काल शुरू हो गया। पीएम मोदी ने शिवनाथ यादव के लंबे सेवा को देखते हुए बीएचईएल के निदेशक के रूप में नियुक्त किया। गाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ने के प्रश्न पर पूर्व एमएलसी शिवनाथ यादव ने पूर्वांचल न्यूज डॉट काम को बताया कि मेरा भी नाम पैनल में गया हुआ है, केंद्रीय नेताओ ने हमसे चुनाव लड़ने के लिए पूछा तो हमने भी उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मेरे नाम के प्रस्ताव पर हाईकमान गंभीरता से विचार कर रहा है। शिवनाथ यादव के अलावा संतोष यादव भी भाजपा के प्रत्याशी के कतार में खड़े है। उन्होने बताया कि पार्टी मौका देगी तो जरूर चुनाव लडूंगा।