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सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

गाजीपुर। महान देशभक्त क्रान्तिकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी  डॉक्टर सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में जिला अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में टैक्सी स्टैंड स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर विचार गोष्ठी एवं माल्यार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ। गोष्ठी आरंभ होने के पहले महासभा के सभी कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए देश की आजादी, एकता और अखंडता की रक्षा करने का संकल्प लिया। गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने डॉक्टर सुभाष चंद्र बोस जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ सुभाष चंद्र बोस महान देशभक्त थे ,उनमें देशभक्ति का जज्बा कूट कूट कर भरा था ।डॉ सुभाष चंद्र बोस ने भारत के लिए पूर्ण स्वराज का सपना देखा था। भारत को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होनहार थे। वह भारतीयों पर अंग्रेजों द्वारा किए जा रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ थे। उन्होंने भारतीयों पर अंग्रेजों के द्वारा किये जा रहे जुल्म और ज्यादती का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने ही तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा और जय हिंद का नारा दिया था। वह क्रांतिकारी विचारों के व्यक्ति थे। उनके अन्दर असीम साहस,अनूठे शौर्य और अनूठी संकल्प शक्ति का अनन्त प्रवाह विद्यमान था। इस अवसर पर मुख्य रूप महासभा के संरक्षक अशोक कुमार श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ एस के मिश्राआदि उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री अरुण सहाय ने किया।

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