Breaking News
Home / ग़ाज़ीपुर / पीजी कालेज गाजीपुर: छात्र नेताओं और विद्यालय प्रशासन में वार्ता विफल, आमरण अनशन शुरु

पीजी कालेज गाजीपुर: छात्र नेताओं और विद्यालय प्रशासन में वार्ता विफल, आमरण अनशन शुरु

गाजीपुर। पीजी कॉलेज के प्रांगण में छात्रों ने उन्नीसवें दिन अनिश्चितकालीन धरना को आक्रोशित होकर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। पहले दिन आमरण अनशन पर बैठे छात्रों में दीपक उपाध्याय,आकाश चौधरी, निखिल राज भारती, अभिषेक चौरसिया, शैलेश यादव, अमृतांश बिन्द, प्रिंस प्रजापति, धन्नजय कुशवाहा,निलेश बिन्द, आरती बिन्द है। छात्रों के आमरण अनशन पर बैठने से महाविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर प्राचार्य के साथ आई शिक्षकों की टीम द्वारा चार घंटे चली वार्ता में छात्रों को काफ़ी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन छात्र लिखित रूप से धरातल पर मांग पूरी करने की बात कर वापस लौटा दिया। लखनऊ विश्विद्यालय के छात्र नेता रहे डॉ शम्मी कुमार सिंह ने कहा कि छात्रनेताओं और छात्रों द्वारा छात्रसंघ चुनाव कराने हेतु जो लड़ाई लड़ी जा रही है वह विधिसम्मत मांग है। उच्च शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में स्वयं एक प्रश्न के उत्तर में कहा है कि एक पत्र कुलाधिपति यानि महामहिम राज्यपाल को छात्र संघ चुनाव कराने हेतु भेजा जा चुका है इसलिये महाविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन को छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित करनी चाहिये। काशी विद्यापीठ वाराणसी के छात्र नेता रविभान सिह ने कहा कि जब तक छात्र संघ बहाल नही हुआ तब तक आप सभी साथियों के साथ हम खड़े होकर संघर्ष करते रहेंगे। विद्यापीठ वाराणसी के छात्र नेता आदर्श सिकरवार ने कहा कि छात्र संघ चुनाव के साथ-साथ बी.पी.ई के छात्रों की 2 साल बीत जाने के बाद भी न परीक्षा हुई न किसी का परिणाम जारी हुआ, यह नई  शिक्षा नीति एक मजाक बन गया है। काशी विद्यापीठ छात्र नेता मनीष चौधरी ने कहा कि राजनीति की पाठशाला छात्रसंघ को महाविद्यालय प्रशासन द्वारा किया जा रहा है खंडित जिसे छात्र कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने कहा कि छात्रों कि सभी मांगे जायज है लेकिन महाविद्यालय प्रशासन छात्रों कि मांग को अनदेखी कर रहा है जिससे विवश होकर हम सभी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठने को विवश हुए हैं आमरण अनशन में बैठे किसी भी छात्र कि तबियत बिगड़ती है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन की होंगी। छात्रों कि प्रमुख मांग मुख्य रूप से छात्र संघ चुनाव कराने, प्राचार्य के महाविद्यालय में समय से आने कि मांग, टीसी चरित्र शुल्क कम करने कि मांग,बीपीई प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी कर प्रवेश लेने,अवैध वसूली बंद करनें, बीपीई का रिजल्ट जारी करने कि मांग,फीस वृद्धि वापस लेंने, पुस्तकालय में नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत पुस्तकें उपलब्ध कराने, कालेज कि वेबसाइट पर सभी सूचना और नई फीस विवरण उपलब्ध कराने, कालेज के कैमरों को ठीक करने के साथ ही महाविद्यालय के गलियारों में सीसीटीवी कैमरे लगाने,साइकिल स्टैंड फीस कम करने, कालेज कि वेबसाइट को सरल करने, कालेज की वेबसाइट पर शिकायत पोर्टल उपलब्ध कराने के साथ ही महाविद्यालय में आफलाइन शिकायत काउन्टर बनाने, स्नातक द्वितीय,तृतीय स्नातकोत्तर द्वितीय में प्रवेश फार्म शुल्क निशुल्क करने, आरो वाटर मशीन लगाने कि मांग,महाविद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनायें तथा सभी शिक्षक व कर्मचारी समय से आने व विभाग खोलने सहित आदि मांग है। धरना में शामिल राहुल कुमार,आलोक कुमार राय,सुजीत यादव,हरिओम सिंह यादव,संदीप चौहान,अनूप यादव,नितेश कुमार, अमित चौधरी,राकेश यादव,बृजेश यादव,विकास तिवारी, विकास यादव आदि छात्र मौजूद थे।

[smartslider3 slider="4"]

About admin

Check Also

अल्पसंख्यकों और बेसहारों के हक के लिए नेताजी मुलायम सिंह ने हमेशा लड़ी लड़ाई- आमिर अली

गाजीपुर। जखनियां विधानसभा में सपा के जिला उपाध्‍यक्ष आमि‍र अली के नेतृत्‍व में साबिर अली …