शिवकुमार
गाजीपुर। निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही नगरपालिका मुहम्मदाबाद पूरे चुनावी बयार में रंग गया है। राजनीतिक दलों के भावी अध्यक्ष व सभासद प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में जनसंपर्क शुरु कर दिये हैं। मुहम्मदाबाद नगर में बस बात सबकी जुबान पर है कि तीन दशकों से चला आ रहा अंसारी बंधुओं का नगरपालिका मुहम्मदाबाद के अध्यक्ष पद पर कब्जा इस बार भाजपा खत्म दूसरी बार नगरपालिका पर भगवा लहराने में कितना कामयाब हो पायेगी। जबकि योगी राज में अंसारी बंधुओं पर लगातार सिकंजा कसता जा रहा है। कुर्की के बाद अब जेल भेजने का अभियान शुरु हो गया है। भाजपा सरकार के तेवर के सामने अंसारी बंधुओं के समर्थक भी उनसे कन्नी काटने लगे हैं। जो लोग हमेशा अंसारी बंधुओं का जयकारा लगाते थे अब फाटक पर जाने में कतराने लगे हैं। ऐसे माहौल का भाजपा कितना फायदा उठा सकती है। मुहम्मदाबाद के प्रथम नगरपालिका अध्यक्ष याहिया खां थे इसके बाद समाजसेवी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभानुल्लाह अंसारी चेयरमैन बने, उनके बाद 17 वर्षों तक नगरपालिका मुहम्मदाबाद का चुनाव नही हुआ। 1988-89 में एजाजुल हक मुहम्मदाबाद नगरपालिका के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। 1995 में भाजपा के टिकट पर शांति देवी पत्नी विंध्याचल नेता अध्यक्ष बनीं। शांति देवी भाजपा की पहली नगरपालिका अध्यक्ष हैं। सन् 2002 में 2007 में लगातार दो बार शमीम अहमद अध्यक्ष निर्वाचित हुए। 2012 में एक बार फिर एजाजुल हक अध्यक्ष निर्वाचित हुये और 2017 में तीसरी बार शमीम अहमद अध्यक्ष निर्वाचित हुए। नगरपालिका मुहम्मदाबाद में कुल 32324 मतदाता हैं, जिसमे 17015 पुरुष व 15309 महिला मतदाता हैं। निकाय चुनाव 2023 में सपा और भाजपा में सीधी टक्कर दिखाई दे रही है। सपा से आमीर हमजा, रईस अहमद और शमीम अहमद टिकट मांग रहे हैं। वहीं भाजपा से तेजू यादव, दीपू गुप्ता, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, राकेश मद्देशिया उर्फ सोनू और बसपा से लालजी मास्टर टिकट के लिए प्रबल दावेदार हैं।