गाजीपुर। जनपद में चल रही बेसिक शिक्षा की वार्षिक परीक्षा में पिछले साल का ही पेपर सिर्फ क्रमांक बदलकर आने की खबर मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने इसे संज्ञान में लेते हुए बीएसए को जमकर फटकार लगाई। डीएम के निर्देश पर आनन फानन में पेपर छपवाकर गुरुवार को विद्यालयों को नया पेपर भेजा गया और इससे परीक्षा कराया गया। पूरे मामले को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग की काफी किरकिरी हो रही है। गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा की वार्षिक परीक्षा 20 मार्च से जनपद के 2269 परीषदीय स्कूलों में आरम्भ हुई। बच्चों को जब पेपर बांटा गया तो पता चला कि हूबहू 2022 का ही पेपर इस बर भी बनाया गया है केवल इसका क्रमांक बदल दिया गया है। इस खबर को मीडिया में प्रमुखता से स्थान दिया गया। जब इसकी जानकारी जिलाधिकारी को हुई तो उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत जिम्मेदार अधिकारियों का जमकर क्लास लिया और उनकी लापरवाही के लिये फटकार लगाया। बताया जाता है कि सभी ब्लाकों से माडल पेपर मांगा गया था जिसके आधार पर डायट की तरफ से पेपर छापना था। ऐसे में किस स्तर से यह गडबडी हुई यह तो जांच का विषय है। कयास लगाया जा रहा है कि मुद्रक प्रेस के लोगों द्वारा मेहनत से बचने के लिये पिछले साल का टाइप किया पेपर उठाकर इस बार प्रश्नों का क्रम बदलकर छाप दिया गया। फिलहाल डीएम के निर्देश पर नया पेपर भेजा गया, जिससे गुरुवार की प्रथम पाली में कक्षा 4, 5, 6, 7, 8 की गणित, कक्षा दो की हिन्दी और तीन का समाजिक विषय तथा द्वितीय पाली में दो से आठवीं तक कला व संगीत की परीक्षा सम्पन्न हुई।
