शिवकुमार
गाजीपुर। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने रविवार को धमाकेदार प्रेसवार्ता कर जिले के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। अब राजनैतिक पंडित यह कयास लगा रहे हैं कि क्या राधेमोहन सिंह की घर वापसी सपा में होगी। प्रेसवार्ता के दौरान राधेमोहन सिंह ने कई ऐसे बयान दिये जिससे लगता है कि समाजवादी पार्टी के लिए राधेमोहन सिंह के दिल में अभी भी प्यार है। अब यह प्यार इजहार में कब बदलेगा यह तो आने वाला समय बतायेगा। इस मुद्दे पर सपा के प्रभारी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने बताया कि सपा में आने-जाने का पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह का व्यक्तिगत फैसला है। लेकिन यह आरोप गलत है कि सपा ने हमको नही निकाला है। जब वह खुद ही पार्टी छोड़ दिये तो इसमे निकालने वाली बात कहा से आयी। युवा सपा नेता डा. समीर सिंह ने बताया कि राधेमोहन सिंह को पार्टी नहीं छोड़ना चाहिए था वह भी ऐसे नेता के लिए जो स्वयं दल में न हो। राधेमोहन सिंह के आने से पार्टी मजबूत होगी। इस संदर्भ में पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने बताया कि सपा ने मुझे टिकट नही दिया इसका मुझे कोई अफसोस नही है लेकिन सांसद और विधायक के सुझाव पर बार-बार राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा एमएलसी चुनाव लड़ने के लिए दबाव बनाना यह हमें ठीक नही लगा। सपा में हमने राजनीति नही किया है बल्कि 32 वर्षों तक समाजवादी विचारधारा के साथ जिया है। एमएलसी चुनाव में सपा प्रत्याशी मदन यादव का हश्र देखकर हमें महसूस हुआ कि मेरा निर्णय सौ प्रतिशत सही था।