गाज़ीपुर। गोपीनाथ पीजी कालेज बहादुरगंज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का विधिवत उद्घाटन किया गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर विशेष शिविर का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस सात दिवसीय विशेष शिविर के लिए देवली गांव को चुना गया। आज के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में देवली ग्राम प्रधान हीरा मणि चौहान व विशिष्ठ अतिथि पूर्व देवली ग्राम प्रधान व सामाजिक कार्यकर्ता साधु यादव सम्मिलित हुए। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि हीरा मणि चौहान ने कहा कि इस सात दिवसीय विशेष शिविर में उन्हें जो भी कार्य करने को कहा जाए वह उसे पूरे मन से करें और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएं। इस सात दिवसीय विशेष शिविर में आपके व्यक्तित्व का विकास होगा और आप अच्छे समाजसेवी के रूप में बनकर उभरेंगे। विशिष्ठ अतिथि साधु यादव ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को इस सात दिवसीय विशेष शिविर में पंजीकरण करने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस सात दिवसीय विशेष शिविर में बहुत मेहनत के बाद स्वयंसेवक शामिल होते हैं। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुधा त्रिपाठी ने कहा कि एन एस एस मूलतः समाज सेवा से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है। समाज सेवा की भावना पैदा करने हेतु स्वयंसेवकों में धैर्य, दृढ़ संकल्प शक्ति एवं आत्मनिर्भरता आवश्यक है। आत्मनिर्भर बनने के लिए समय का सदुपयोग एवं अनुशासन बहुत आवश्यक है। आगे उन्होंने कहा कि पाश्चात्यवादी एवं व्यक्तिवादी सोच को समाप्त कर परम्परा वादी सामुदायिक सेवा की भावना का विकास करना ही शिविर का उद्देश्य है। उप प्राचार्य डॉ अंजना तिवारी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के वैचारिक उद्गम, ध्येय वाक्य एवं लोगो से स्वयंसेवकों को परिचित करवाया। डॉ अंजना तिवारी ने बताया कि समाज सेवा के लिए स्वयंसेवकों में संवेदना का भाव आवश्यक तत्व है उन्होंने कहा कि सेवा सिर्फ मानव की ही नहीं होती बल्कि सभी मानवेत्तर प्राणियों की भी होनी चाहिए जिसके अंदर प्राण है। इस अवसर पर एनएसएस छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। धन्यवाद ज्ञापन के लिए महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी मुनव्वर अली, डॉ वेद प्रकाश तिवारी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दी और कहा कि आपको सभी के साथ तालमेल बैठाकर काम करना है। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ गिरिश चंद्र ने किया।
