शिवकुमार
गाजीपुर। पूर्वांचल में पहली बार गुणवत्ता को अपनी साख बनाकर उसे धरातल पर लाने के लिए एमडीएल फ्लाई ऐश कंक्रीट ब्रिक्स के निर्माताओ में अपने प्लांट में कम्प्रेटिव टेस्टिंग मशीन सीपीएम को लांच किया है, इस संदर्भ में एमडीएल फाल्सा के मैनेजिंग पार्टनर जितेंद्र सिंह बब्लू ने पूर्वांचल न्यूज डॉट काम को बताया कि हमारी कंपनी का पहली प्राथमिकता है कि प्रदूषण को दुर कर पर्यावरण को बचाना है इसके साथ किफायती दामों में गुणवत्ता युक्त फ्लाई ऐश कंक्रीट भी जनपदवासियो को उपलब्ध कराना है। गुणवत्ता मापने के लिए हमने ब्यूरो ऑफ इंडिया स्टैडर्स मानक के अनुसार सीपीएम मशीन लगाया। जिसपे हर ईंट के बैंच की टेस्टिंग करके उसे नं. वन का ईट बनाया जाता है। उन्होने बताया कि बीआईएस के मानक के अनुसार 10 एमपीए लोड बियर ब्रिग्स की क्वालिटी नं. वन की मानी जाती है। उन्होने बताया कि सरकार की मंशा के अनूरुप पर्यावरण को बचाने के लिए हम लोगो ने सहेड़ी में फ्लाई ऐश कंक्रीट ईंट फाल्सा निर्माण ईकाई को स्थापित किया है जिसका उत्पादन शुरू हो गया है। जिला प्रशासन की सलाह पर और प्लांट से निकले हुए राख और कंक्रीट व सीमेंट से मिक्सर कर एमडीएल फाल्सा ईंट का निर्माण शुरू हो गया है। इस र्इंट को बनाने के लिए जर्मनी की बहुराष्ट्रीय कंपनी जेनिथ और अपोलो की सहयोग से सहेड़ी में प्लांट स्थापित किया गया है जहां पर कुशल इंजिनियरो की देख-रेख में उत्पादन शुरू हो गया है।