शिवकुमार
गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी में भी प्रत्याशी चयन के लिए सरगर्मी बढ़ गयी है हालाकि सत्ताधारी पार्टी में प्रत्याशी चयन के क्रम में कई बार सर्वे भी करा लिया है। भाजपा में प्रत्याशियों की रेस में अभी माननीय के पुत्र अभिनव सिन्हा बढ़त बनाये हुए हैं। अभिनव सिन्हा ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की हुई है इसके बाद वह बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी कर चुके हैं। समाजसेवा की ईच्छा जागृति होने पर अभिनव सिन्हा ने नौकरी से त्यागपत्र देकर पिता के अनुमति से राजनीति में पदार्पण किया। अपने तीन-चार साल के राजनैतिक काल में वह जनपद के युवाओं में बहुत तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। उनके कार्य व्यवहार की मित्र के अलावा विरोधी भी प्रशंसा करते हैं। जमीनी कार्यकर्ता एवं सांस्कारिक पुत्र के रुप में उन्होने ख्याति अर्जित की है। भारतीय जनता पार्टी में माननीय के राजनैतिक प्रभाव को देखकर जनपद में कोई भी खुलेआम लोकसभा टिकट के लिए पार्टी में दावा नही कर रहा है। दावेदारों का कहना है कि अगर माननीय चुनाव नही लड़ते हैं और केंद्रीय नेतृत्व अभिनव सिन्हा को परिवारवाद के आरोप में उनके आवेदन पर विचार नही करती है तो हम माननीय के आदेश पर चुनाव लड़ सकते हैं। अन्य दावेदारों में पूर्व मंत्री विजय मिश्रा का नाम चर्चा में है। विजय मिश्रा माननीय के काफी नजदीकी हैं। विजय मिश्रा ने जब सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर पहली बार जनपद आये तो उनका स्वागत सबसे ज्यादा यादव, बिंद और मुसलमानों ने सड़क पर उतर कर किया था। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में उनके उपर फूल बरसाये गये थे। जिसकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में खूब रही। तीसरे दावेदार के रुप में सरोज कुशवाहा हैं जो पार्टी की सबसे पुरानी और कर्मठ कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में वह मिर्जापुर लोकसभा की प्रभारी हैं। चौथे उम्मीदवार में सरिता अग्रवाल का भी नाम चर्चा में बना हुआ है। सरिता अग्रवाल दूसरी बार नगरपालिका गाजीपुर की चेयरमैन निर्वाचित हुई हैं। पांचवे उम्मीदवार के रुप में विजेंद्र राय हैं जो भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। अब देखना है कि डा. संगीता बलवंत को राज्यसभा भेजकर पार्टी किस पर दांव लगाती है।