शिवकुमार
गाजीपुर। गोराबाजार में स्थित कारसेवकों का सेवा स्थल आनंद भवन अपने नये स्परुप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आगमन का इंतजार कर रहा है। विगत दिनों भाजपा नेता आनंद सिंह व उनके पुत्र आदित्य सिंह सपरिवार सीएम आवास पर मुख्यमंत्री से मिले। आनंद सिंह और आदित्य सिंह ने सीएम योगी को बताया कि हमारे दादा तत्कालीन जिले के एडीएम इंद्रदेव सिंह ने 20 बीघे के बगीचा के बीच देश के आजादी के समय आनंद भवन का निर्माण कराया था। इंद्रदेव सिंह का नाम देश में सुर्खियों तब आया जब वह फैजाबाद में एसडीएम के पद पर तैनात थे। उन्होने तत्कालीन डीएम के साथ मिलकर श्रीराम मंदिर का दरवाजा खुलवाया और पूजा-पाठ की। इस बात को लेकर डीएम और एसडीएम इंद्रदेव सिंह का पूरे देश में मीडिया में छाया रहा। उन्होने बताया कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय जब पीजी कालेज गोराबाजार में अस्थायी जेल बना जिसमे हजारों कारसेवकों को प्रशासन ने रखा था। कल्याण सिंह के कई मंत्री सहित अधिवक्ता गंगा प्रसाद, छात्र नेता आनंद सिंह कारसेवक के रुप में हिरासत में थे तब आनंद भवन में ही कारसेवकों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था की जाती थी। आज भी कारसेवक आनंद भवन की व्यवस्था को याद करते हैं। आनंद भवन की कारसेवा को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आनंद भवन में आ चुके हैं। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री स्वतत्रदेव सिंह सहित कई पदाधिकारी भी आनंद भवन में विश्राम कर चुके हैं। भाजपा युवा नेता आदित्य सिंह ने सीएम योगी को आनंद भवन में आने का आग्रह किया जिसपर उन्होने आग्रह को स्वीकार करते हुए कहा कि आप लोग जब बुलाएंगे तब हम समय निकालकर जरुर आयेंगे। इसके बाद से ही आनंद भवन का जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। आदित्य सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक स्थल आनंद भवन को धरोहर के रुप में विकसित किया जा रहा है।