शिवकुमार
गाजीपुर। नगरपालिका परिषद गाजीपुर के अध्यक्ष सीट पर भाजपा के सरिता अग्रवाल की जीत ने शहर में कई सियासी सवाल खड़ा किये हैं। एक तरफ विधानसभा में भाजपा ने हार का बदला समाजवादी पार्टी से चुकाया है दूसरी तरफ इस चुनाव में विनोद अग्रवाल अपनी पत्नी सरिता अग्रवाल के साथ एक मझे हुए दिग्गज राजनीतिक खिलाड़ी के रुप में उभरे हैं। उन्होने अंदर और बाहर दोनों प्रतिद्वंदियों से जमकर मुकाबला किया है। पार्टी के अंदर भी कई किंगमेकर, मठाधीश इस बार विनोद अग्रवाल को हराने में हर संभव प्रयास कर रहे थे वहीं मुसलमानों और बसपा के दिग्गज नेता शरीफ राईनी सपा को समर्थन देकर उसे बड़ी मजबूती प्रदान की। जिसके चलते परिणाम सम्पन्न होने पर बसपा को केवल 1927 मत मिले। सभी मुसलमान एकजुट होकर साइकिल पर मतदान किया इसके बावजूद भी सपा प्रत्याशी दिनेश केवल पहले चक्र में कुछ मतों से आगे हुए इसके बाद दूसरे चक्र से भाजपा ने जो बढ़त बनायी वह फाइनल तक बनी रही। इस परिणाम पर सियासी गलियारों में काफी चर्चा है कि भाजपा ने लगातार छठवीं बार अध्यक्ष पद पर सीट कब्जा करके विपक्षी को करारा मात दिया है। वहीं पार्टी के अंदर के विरोधियों को भी करारी मात दी है।