शिवकुमार
गाजीपुर। नगरपालिका गाजीपुर में अध्यक्ष पद के टिकट के लिए भाजपा, सपा और बसपा में काफी गहमा-गहमी हो रही है। टिकट पाने के लिए प्रत्याशी हर दांव आजमा रहे हैं। सपा, भाजपा और बसपा के बड़े नेताओं द्वारा अपने चहेतों को टिकट दिलाने की मंशा पर पार्टी में काफी घमासान मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। प्रत्याशियों का एक गुट ने बैठक में यह मांग उठायी कि कार्यकर्ता को ही टिकट मिले। इस संदर्भ में विधायक जैकिशन साहू ने बताया कि समाजवादियों की मंशा है कि कार्यकर्ताओं को टिकट मिले जो पार्टी के साथ निष्ठा और ईमानदारी से कार्य किया हो। सपा के हाईकमान ने जिले में चयन कमेटी बनाने का निर्देश दिया है जिसमे जिलाध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, एमएलसी और पूर्व एमएलसी शामिल रहेंगे। सपा से टिकट मांगने वालों में विवेक सिंह शम्मी, डा. समीर सिंह, दिनेश यादव, आमीर अली, अतीक राईनी, बाबू चौधरी, अशोक अग्रहरी, असलम खां, अरुण श्रीवास्तव हैं। इसी तरह भाजपा में भी टिकट को लेकर काफी गहमा-गहमी है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि नगरपालिका अध्यक्ष के टिकट के लिए प्रत्याशियों की आवेदनों का स्क्रीनिंग किया जा रहा है। इसके बाद शीघ्र ही प्रभारी मंत्री के साथ बैठक कर प्रत्याशियों की सूची हाईकमान को भेज दी जायेगी। भाजपा से टिकट मांगने वालों में विनोद अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, अर्जुन सेठ, संतोष जायसवाल, प्रमोद अग्रवाल, गुड्डू केसरी, राजेश वर्मा, गिरधारी जायसवाल और निर्गुन दास आदि दो दर्जन प्रत्याशी हैं। इस बार बसपा के टिकट के लिए भी आधा दर्जन प्रत्याशियों ने आवेदन किया है जिमसे शरीफ राईनी, सुभाष चौहान, राजकुमार कुशवाहा, मदन कुशवाहा आदि हैं। नामांकन पत्रों बिक्री और जमा होने की प्रक्रिया शुरु हो गयी है। अब देखना है कि सपा, भाजपा और बसपा किस तरह दल के अंदर हो रही बगावत को समाप्त कर प्रत्याशियों का चयन करते हैं जिससे कि उन्हे चुनाव में कामयाबी मिल सके।