शिवकुमार
गाजीपुर। सियासत के शतरंज पर चाल कब और कैसे बदल जाती है यह बात राजनेता बाखूबी जानता है कि किस चाल से बाजी पलट सकती है। यही फार्मूला सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर लागू होती है कि तीन अप्रैल को रायबरेली में बसपा के संस्थापक मान्यवर कांशीराम के प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह जानकारी पूर्व मंत्री विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्या ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को दी है। उन्होने बताया कि मान्यवर कांशीराम महाविद्यालय रायबरेली के प्रांगण में कालेज के प्रबंधक शिवा मौर्या ने मान्यवर कांशीराम जी की प्रतिमा बनवायी है। 3 अप्रैल को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मान्यवर कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। मैं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करुंगा। यह खबर राजनीतिक गलियारों में आते ही हलचल मच गया है। राजनैतिक पंडित इस बात की अलग-अलग व्याख्या कर रहे हैं, कुछ कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा मिलकर भाजपा का मुकाबला करेंगे। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बसपा से नाराज दलित मतदाताओं को अपने तरफ आकर्षित करने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का यह नया राजनीतिक दांव है।