शिवकुमार
गाजीपुर। वर्तमान समय में सांसद अफजाल अंसारी बसपा और सपा के प्रेम के चक्रव्यूह में उलझे हुए हैं। सांसद अफजाल अंसारी के इस उलझन की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ता सांसद अफजाल अंसारी पर आरोप लगा रहे हैं कि वह हमारे नहीं उनके प्रति वफादार हैं। लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है, सत्ताधारी पार्टी ईडी, कुर्की आदि ब्रह्मास्त्र का लगातार अफजाल अंसारी पर बाण चला रही है जिससे वह कोर्ट और ईडी के चक्कर काटने में पूरा समय और शक्ति लगा दे रहे हैं। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो अफजाल अंसारी को अंत दांव में न माया मिलेगी और न ही साइकिल। बसपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष गुलाब राम ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि सांसद अफजाल अंसारी चुनाव जीतने के बाद बसपा के कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओ को प्राथमिकता नही देते हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में भी पार्टी के प्रत्याशी का प्रचार नही किया जिसको लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है। बसपा का सांसद होते हुए भी वह समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच में रहते हैं और उन्ही का सुख-दुख लेते हैं। यह बात हाईकमान भी जानता है। वहीं समाजवादी पार्टी के शिक्षक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रिका यादव ने कहा कि अवसरवादियों को सपा के कार्यकर्ता बर्दाश्त नही करेंगे। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की राय है कि पार्टी का कोई वफादार ईमानदार और योग्य कार्यकर्ता लोकसभा का प्रत्याशी बने, हम लोग उसे भारी मतों से जिताएंगे। चंद्रिका यादव ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आदेश सर्वमान्य होगा। जिले के राजनीतिक अखाड़ो में सांसद अफजाल अंसारी को लेकर घमासान जारी है। अफजाल अंसारी के समर्थक यह दावा कर रहे हैं कि हर हाल में किसी भी पार्टी से टिकट मिले जीत उनकी ही होगी। जीत किसकी होगी यह तो समय बतायेगा लेकिन बसपा-सपा के मूल वोटरों के आरोप-प्रत्यारोप शुरु होने से सांसद अफजाल अंसारी के खेमे में बेचैनी बढ़ गयी है।