गाजीपुर: पिता और पुत्री के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है क्योंकि हर बाप बेटी का कन्यादान करने के सोच रखता है और इसीलिए हर बाप बेटी की चाहत भी रखता है। लेकिन इस कलयुग में ऐसे भी पिता है जो अपनी मासूम बेटी को भी अपनी हवस का शिकार बनाने से परहेज नहीं करते ।और कुछ ऐसा ही गाजीपुर के भांवरकोल थाना अंतर्गत एक गांव में हुआ जहां पर एक मासूम शुक्रवार की रात अपनी मां और पिता के साथ सोई हुई थी और इसी सोने के दौरान पिता ने अपनी ही चार साल की बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया ।। और बेटी को जब ब्लीडिंग होने लगा तब उसे गंभीर हालत में छोड़कर फरार हो गया। भांवरकोल थाना अंतर्गत एक गांव जहां पर शुक्रवार की रात परिवार में मां बेटी और पिता खाना खाकर सो गए । बेटी और मां भी अपने पति के साथ अपने और अपनी बेटी को सुरक्षित मानते हुए गहरी नींद में सो गई । लेकिन जब वह सुबह सोकर उठी तब उसका पति घर से नदारद रहा और जिस बिस्तर पर बेटी सोई हुई थी वह बिस्तर खून से भीगा हुआ था। प्रथम दृष्टिया मां को लगा कि बेटी को कोई अन्य दिक्कत आई होगी इसके बाद उसने अपनी 4 साल की मासूम बेटी को नहलाकर उसे तैयार किया और फिर उसके इलाज के लिए गांव के ही आशा के पास ले गई । और जब आशा ने उस मासूम को देखा तब उसने तत्काल पुलिस के पास जाने की बात कही। उस वक्त भी मां को यह समझ में नहीं आ रहा था की आशा ऐसी बात क्यों कह रही है। तब आशा ने उसे बताया कि उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया गया है। तब उसकी माथा ठनका कि आखिर उसका पति जो रात में उसके साथ सोया हुआ था और वह सुबह से ही गायब है आखिर मामला क्या है?मां अपनी बेटी को लेकर गांव के ही एक युवक को इस बात की जानकारी दी और उसे पुलिस में शिकायत की बात कही। तब युवक ने 112 कॉल कर पुलिस को बुलाया और 112 की पुलिस महिला और उसे मासूम को अपने साथ लेकर भांवरकोल थाने पर पहुंची। और इस घटना के बारे में पूरी जानकारी दिया । पुलिस ने भी इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए बीएनएस की धारा 65(2) और 5m/6 पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर इसकी जानकारी अपने आला अधिकारियों के साथ ही जिला अधिकारी गाजीपुर, महिला प्रकोष्ठ प्रभारी गाजीपुर और विशेष जांच प्रकोष्ठ गाजीपुर को दिया। और फिर अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल पुलिस ने मासूम के इलाज के लिए गाजीपुर के ट्रामा सेंटर पहुंचे। जहां पर ट्रामा सेंटर में मौजूद डॉक्टर और अन्य स्टाफ के द्वारा मासूम का ईलाज किया गया और फिर उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।मेडिकल कॉलेज में एडमिट हो जाने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आनंद मिश्रा के निर्देश पर तत्काल सर्जन की एक टीम पहुंची और मासूम का इलाज करना आरंभ कर दिया। इसके बाद मासूम की ब्लीडिंग होना बंद हुआ और फिर उसका इलाज आरंभ हो गया। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आनंद मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर के अथक प्रयास के बाद मासूम खतरे से बाहर है। वही उसे एक सेफ वार्ड में डॉक्टरों की निगरानी में शिफ्ट कर दिया गया है।इस मामले में मासूम की मां ने खुद अपने ही पति पर बेटी के साथ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया है। भांवरकोल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर कलयुगी बाप गौरीशंकर गोड पुत्र स्व. शिवप्रसाद गोड़ को गिरफ्तार कर लिया।
