शिवकुमार
गाजीपुर। भाजपा के नये जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय के नाम की घोषणा से पार्टी के साथ-साथ विपक्ष भी बहुत खुश है। ओमप्रकाश राय के नाम की घोषणा होते ही विपक्ष सपा, बसपा को ऐसा दांव मिल गया कि उसी के सहारे से 2027 के विधानसभा चुनाव में पताका फहराना चाहती है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि भाजपा लगभग डेढ़ दशक से लोकसभा का चुनाव भूमिहार प्रत्याशी को और जिला की कमान राजपूत के हाथों में सौंपती थी जिससे राजनीति के तराजू पर बैंलेंस करके भाजपा चल रही थी। लेकिन 2024 में भूमिहार प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने के बावजूद भी 2025 में जिले की कमान भूमिहार को सौंप दी गयी। जिससे भाजपा समर्थक राजपूत के साथ-साथ मोस्ट बैकवर्ड जातियों में काफी मायूसी है। इस मायूसी को कैसे दूर करके 2027 विधानसभा के महासंग्राम में भाजपा को जीत दिलाने के लिए ओमप्रकाश राय को एक अग्निपरीक्षा देना होगा। ओमप्रकाश राय कार्यकर्ताओं में काफी लोकप्रिय हैं। कार्यकर्ताओं के हक के लिए वह किसी से भी लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए 19 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था जिसमे से सात लोगों का पर्चा खारिज हो गया। शेष 12 लोगों के नामों पर मंथन करने के बाद ओमप्रकाश राय के नाम पर मुहर लगी। ओमप्रकाश राय रेवतीपुर के बूथ अध्यक्ष से लेकर जिला कार्य समिति सदस्य, जिला मंत्री, जिला उपाध्यक्ष और जिला महामंत्री के पद पर कार्य कर चुके हैं।