गाजीपुर। डॉ राम मनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज अध्यात्मपुरम ढोटारी गाजीपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती और युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रोफ़ेसर आनंद सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना इस उद्देश्य से की गई थी की हमारे विद्यार्थी पढ़ने लिखने के साथ ही राष्ट्र की सेवा से जुड़ सके। इसके लिए उन्हें अपने आसपास के वातावरण के प्रति चैतन्य और समझदार होना है। स्वामी विवेकानंद ने आह्वान किया था कि यदि मुझे 100 सशक्त और जागरूक युवा मिल जाएं तो मैं देश में बदलाव कर सकता हूं। उनके जीवन काल में उन्हें ऐसे युवा नहीं मिल सके। इसलिए स्वतंत्र भारत में 1969 में राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरुआत की गई इसका उद्देश्य है पढ़ते हुए राष्ट्र की सेवा करना। राष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाना। सेवा, सुरक्षा, स्वच्छता, राष्ट्रीय विकास और संस्कृति को समझना और उसे सब को समझाना। राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों में अनेक बौद्धिक और रचनात्मक कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई जाती है। डॉ राम मनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज अध्यात्मपुरम के विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि वह जागे और आसपास के वातावरण को जगाएं। राष्ट्र की सुरक्षा करने के लिए उन्हें सीमा पर युद्ध करने नहीं जाना है बल्कि इसके लिए उन्हें अपने आसपास की कमियों को दूर करना है, जिससे हमारा सामुदायिक जीवन सुसंगठित हो, बंधुत्व का विकास हो और सामाजिक समरसता की दिशा में हम आगे बढ़ सकें। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि एनएसएस राष्ट्र के युवाशक्ति के सर्वांगीण विकास का सशक्त मंच है। इसके माध्यम से युवा सामाजिक भागीदारी करके सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने बताया की विशेष शिविर का समापन 9 मार्च को होगा। संचालन रविंद्र कुमार ने किया। सत्येंद्र सिंह विश्वकर्मा प्रसाद गोवर्धन पासवान सुधीर सिंह कृष्णानंद पांडेय राजेश सिंह कमलेश यादव उपेंद्र भार्गव जंगली प्रसाद पटेल उपस्थित रहे।
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