गाजीपुर। अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर बैजलपुर में अनंत भगवान की कथा आज ग्रामवासियों की उपस्थिति मे पंडित अरूण पाण्डेय ने श्रद्धापूर्वक सुनाया। इस अवसर पर इस व्रत की महिमा पर प्रकाश डालते हुए श्रीराम राय कमलेश ने कहा कि भगवान विष्णु को समर्पित भगवान अनंत चतुर्दशी की कथा हमारे द्वार पर प्राचीन काल से हो रही है। यह पर्व भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। व्रत करने वाले लोग सुबह से ही निराहार रहकर भगवान की कथा का श्रवण करते हैं और 14 सूत्र वाला पीले रंग का अनन्त सूत्र नाम से प्रसिद्ध धागा अपने हाथ में बांधकर ब्राह्मणों को भगवान पूजन कराकर स्वयं भगवान विष्णु का प्रसाद ग्रहण करते हैं। महाभारत काल में पांडवों का राज्य छिन जाने के बाद भगवान कृष्ण की आज्ञा से अनन्त चतुर्दशी का व्रत पांडवों को पुनः अपना राज्य प्राप्त हुआ था।
[smartslider3 slider="4"]
Check Also
गहमर में गंगा नदी के तट पर मिला अज्ञात युवती का शव
गाजीपुर। गहमर कोतवाली क्षेत्र के बारा गांव स्थित मठिया के पास गंगा नदी के किनारे …