शिवकुमार
गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं व कार्यकर्ताओं का पार्टी से मोहभंग होने पर जिले में सपा का किला दरकने लगा है। बुद्धवार को सपा के पूर्व विधायक दिग्गज दलित नेता भोनू सोनकर ने राजधानी में सपा से छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। भोनू सोनकर ने बताया कि सपा में दलितों को सम्मान नही मिल रहा है जिसके वजह से वह सपा छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, दो बार विधायक रहे सुभाष पासी, मुहम्मदाबाद विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राजेश राय पप्पू, जहुराबाद विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी डा. सानंद सिंह, विवेक सिंह शम्मी, डा. विजय यादव सादात, ब्लाक प्रमुख सदर प्रतिनिधि राजदेव यादव सहित दर्जनों ने पार्टी में उचित सम्मान न मिलने का आरोप लगाते हुए पार्टी को छोड़ दिया है। इसमे से कुछ नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ले ली लेकिन शम्मी सिंह सहित कई नेताओं ने सक्रिय राजनीति से हटकर अपने को समाजसेवा में समर्पित कर लिया है। सूत्रों के अनुसार सपा के प्रत्याशी की घोषणा से अधिकांश कार्यकर्ताओं में नाराजगी है लेकिन हाईकमान के डर से अभी बगावत प्लेटफार्म पर नही आ रहा है। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, पूर्व विधायक सुभाष पासी, राजेश राय पप्पू, विवेक सिंह शम्मी आदि नेता जो पार्टी के मजबूत कैडर थे, ये नेता सपा के स्तंभ के रुप में जाने जाते थे। पिछले दिनों पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह और राजेश राय पप्पू ने खुलेआम अफजाल अंसारी का विरोध करते हुए सपा से किनारा कर लिया था। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जिले में सपा के दिग्गज कार्यकर्ताओं और नेताओं का जिस तरह से पार्टी से मोहभंग हो रहा है यह लोकसभा चुनाव के लिए शुभसंकेत नही है।