गाजीपुर। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जिले के शहीद परिवार के परिजनों, समाजसेवियों को सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के पुत्र जैनुल बसर, महावीर चक्र विजेता स्व. रामउग्रह पांडेय की पुत्री सुनीता पांडेय, स्वतंत्रता सेनानी स्व. जीतन पांडेय के पुत्र मिश्री पांडेय, अलगू यादव के परिवार से रामप्रसाद यादव, शहीद संजय यादव की पत्नी राधिका यादव, अष्टशहीद वशिष्ठ राय के पौत्र अंकुर राय, जिले में लावरिस शवों की अंत्येष्टि करने वाले वीरेन्द्र सिंह, पर्यावरणविद रणधीर यादव, शैक्षणिक कार्य करने वाली उषा बनवासी शामिल रही। उधर शहीद सेवा सम्मान समिति की तरफ से श्रीराम जायसवाल ने संघ प्रमुख को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ डॉ. मोहनराव भागवत ने शिव संकल्प संवाद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश को आदर्श देश बनाने के लिए हमें खुद आदर्श व्यक्ति बनना पड़ेगा। तभी एक आदर्श देश बन सकता है। हम अपना हित बलिदान कर देश का हित सोचेंगे तब जाकर देश बड़ा बनेगा। उपरोक्त बातें उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जनपद स्थित सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर अपने प्रवास के दौरान सभा को संबोधित करते हुए डॉ भागवत ने कहा कि भारत माता प्रत्यक्ष चिन्मई जगदंबा है। हमने कभी अपने योग, ज्ञान ध्यान का पेटेंट नहीं कराया। दुनिया को वह सारी सुविधाएं हमने निशुल्क दी है जिससे विश्व को सुख प्राप्त हो सके। हम दुनिया के सुख के दाता बनें। त्वदीय वस्तु गोविंदम का भाव लेकर समभाव के लिए सामाजिक समरसता के लिए काम किया। अनुसंधान से सत्य व संसाधन का विकास हुआ। व्यक्ति को संतुष्टि के बाद बैराग व बैराग के बाद भगवान की प्राप्ति होती है। अध्यात्म में जीवन जीना सिखाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में शील व धैर्य काफी बड़ी भूमिका निभाते हैं। धैर्य होने के चलते समुद्र मंथन में असुरों ने मदिरापान किया। वही देवताओं ने धैर्य का पालन किया जिन्हें अमृत की प्राप्ति हुई। उन्होंने कहा कि एकांत सुदूर में स्थित यह सिद्धपीठ ध्यान साधना का केन्द्र है। यहां परोपकार के कार्य होते हैं। मठ मंदिरों के समृद्ध रहने से ही हमारा वैभव बढ़ता है। मैं सिद्धपीठ प्रणाम करता हू, जहां इस तरह के कार्य संचालित होते हैं। अपना देश साक्षात भारत माता का मंदिर है। शिव की आराधना से ही जगदंबा की शक्ति प्राप्त हो जाती है। माता-पिता के साथ कोई संकोच नहीं करना चाहिए उनसे अपनी सभी बात सांझा करना चाहिए। सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत का स्वागत करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने कहाकि राष्ट्र निर्माण में महती भूमिका निभाने वाले संगठन के मुखिया किसी संत से कम नहीं हैं। आपके यहां आगमन से सिद्धपीठ अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ संतोष यादव “ब्लाक प्रमुख” ने किया। कार्यक्रम में देवरहा बाबा बिरनो, डा. रत्नाकर त्रिपाठी, संघ के प्रांत प्रचारक रमेश जी, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, सादात ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव, डा. संतोष मिश्र, पंकज सिंह, प्रवीण सिंह, अच्छेलाल गुप्ता, सरोज कुशवाहा, विपिन सिंह, संकठा प्रसाद मिश्र, रामचंद्र, मुनीश, राजेन्द्र, मुरली पाल, राकेश, सच्चिदानंद, शिवनारायण, पुजारी सर्वेश मिश्रा, लौटू प्रसाद, डा. अमिता दूबे, डा. सानंद सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, सहित अनेक गणमान्यजन व कन्या महाविद्यालय की छात्राएं व समस्त स्टाफ तथा मठ से जुड़े अनेक शिष्यगण उपस्थित रहे।
Home / ग़ाज़ीपुर / संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अष्ट शहीद के पौत्र अंकुर राय, लावारिश शवों वारिश वीरेंद्र सिंह कुश सहित दस कर्मवीरों को किया सम्मानित
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