गाजीपुर। विगत दो वर्षों में कोविड महामारी से बच्चों के अधिगम की क्षति हुई है। बच्चों की अधिगम क्षति को दूर करने के लिए उपचारात्मक शिक्षण एवम प्रशिक्षण प्रदान कर अधिगम क्षति को पूरा करने की कवायद की जा रही हैं। इसी क्रम जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी पढाने वाले शिक्षको का तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ बृहस्पतिवार को डायट सैदपुर में मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर उपशिक्षा निदेशक उदयभान द्वारा किया गया ।प्रशिक्षण 50 50 के तीन बैचो में संचालित किया जा रहा है जिसमें करंडा, मनिहारी ,नगरक्षेत्र , सादात ब्लाक के शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है । प्रशिक्षण का उद्देश महत्व पर चर्चा करते हुए प्रशिक्षण प्रभारी डॉ अनामिका ने बताया कि कक्षा 6 ,7 और 8 के बच्चों में हिंदी विषय में आए अधिगम अंतराल को भरने के लिए राज्य हिंदी संस्थान वाराणशी द्वारा 50 दिन की कार्यपत्रक (विद्यार्थी उपयोग हेतु) व शिक्षक कार्यपुस्तिका (उपयोग विधि समझने हेतु) का विकास किया गया है। वही उपशिक्षा निदेशक उदयभान ने बताया कि भाषा का यह प्रशिक्षण मुख्य रूप से संतुलित भाषा शिक्षण पद्धति के सिद्धांतों पर तैयार की गई हैं।जो गतिविधियों और अभ्यास कार्यों से बच्चों को सिखाने के लिए प्रेरित करेगी जिससे बच्चे सतत रूप से सीखते हुए वांछित दक्षता को हासिल कर पाएंगे। इस प्रशिक्षण एवम कार्यपुस्तिका से निश्चित ही विद्यार्थियों के अधिगम अंतराल को दूर करने की दिशा में एक सार्थक सहयोग मिलेगा । प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर एआरपी रिंपू सिंह ,सहायक अध्यापक रितेश सिंह व सहायक अध्यापिका निशत अफरोज द्वारा सत्रवार संचालित किया जा रहा है। रिमेडियल प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में प्रवक्ता राकेश यादव ,नवल गुप्ता, बृजेश कुमार ,सुमन तिवारी , अंकिता सिंह आदि उपस्थित रही। जिन्होंने प्रशिक्षण की उपयोगिता पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया।
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