गाजीपुर। क्षय रोग से मुक्ति पाने के लिए शासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत गुरुवार को निःक्षय दिवस मनाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिर्जापुर और सीएचसी सादात व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर कार्यक्रम आयोजित कर ओपीडी के दस फीसदी मरीजों का बलगम जांच कराया गया। साथ ही टीबी के करीब दो दर्जन मरीजों की जांच व दवा वितरण का कार्य किया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिर्जापुर पर कार्यरत ब्लाक प्रबंधन अधिकारी सोनल श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी से ग्रसित मरीजों के पूर्णतः स्वस्थ होने और उन्हें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रत्येक महीने की 15 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर निक्षय दिवस मनेगा। 15 तारीख को अवकाश होने की दशा में इसके अगले दिन यह कार्यक्रम होगा। बीपीएम सोनल श्रीवास्तव ने उपस्थित लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी अथवा खांसी में बलगम और खून आने की शिकायत हो, या फिर लगातार वजन कम होना, भूख ना लगना, दोपहर बाद बुखार आना, रात को पसीना आना इत्यादि में से कोई भी लक्षण है तो तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच करवाएं। जांच में यदि टीबी पाया जाता है तो अविलंब टीबी का इलाज शुरू करना चाहिए। टीबी का इलाज सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध है। इस मौके पर चिकित्साधिकारी डा. ए.के. राव, डा. यशवंत गौतम, देवेन्द्र पाण्डेय, प्रभात मौर्या, अमन भारती व अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।
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